भाेग वितरण को कोविड गाइडलाइन का उल्लंघन बताते हुए डीसी ने वहां लगी भीड़ व ठेलेवालों को भी हटाने का पुलिस को निर्देश दिया. अचानक डीसी के पहुंचने और भोग वितरण बंद कराने से अफरा-तफरी मच गयी थी. दूसरी ओर, भोग वितरण कार्यक्रम को बंद कराने से पूजा समिति के संरक्षक अभय सिंह काफी गुस्से में दिखे.
अभय सिंह ने डीसी से कहा कि वो फोन कर भी अपनी बात बता सकते थे, लेकिन इस तरह आकर कार्रवाई करने से साफ है कि वो किसी दबाव में हैं. इस पर डीसी सूरज कुमार ने अभय सिंह को ऐसी बातें नहीं करने को कहा. आखिरकार तय हुआ कि भोग नहीं बंटेगा. घर-घर जाकर भोग पहुंचाया जायेगा. इसके बाद डीसी व अन्य अधिकारी पूजा पंडाल गये. मां दुर्गा का दर्शन कर सभी वापस लौट गये.
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इस मामले में अभय सिंह ने कहा कि जिला प्रशासन ने धार्मिक आस्था पर प्रहार किया है. जब तक प्रशासन इस मामले में सार्वजनिक रूप से माफी नहीं मांगता, तब तक वो काशीडीह दुर्गापूजा कमेटी की मूर्तियों का विसर्जन नहीं करेंगे. अभय सिंह ने इस मामले में सभी जनप्रतिनिधियों व धार्मिक संगठनों के लोगों से हस्तक्षेप करने की भी अपील की.
भोग वितरण को लेकर शंका हुई दूर : डीसी
इस संबंध में डीसी सूरज कुमार ने कहा कि कोविड गाइडलाइन में भोग की होम डिलीवरी करने की बात स्पष्ट है. भले ही घर-घर जाकर भोग का कूपन बांटा गया हो, लेकिन भोग लेने के लिए लोगों की भीड़ जुट गयी थी. भोग वितरण को लेकर शंका दूर हो गयी है. समिति के लोग घर-घर जाकर भोग का वितरण करेंगे. हम किसी के सम्मान या आस्था को ठेस पहुंचाने नहीं आये हैं. जो नियम है उसका पालन सुनिश्चित कराना है.
प्रशासन भाेग का अपमान नहीं कर सकता : अभय सिंह
वहीं, ठाकुर प्यारा सिंह धुरंधुर सिंह क्लब के संरक्षक अभय सिंह ने कहा कि नेताओं की रैलियों में भीड़ लग रही है. साकची बाजार में फुटपाथ खाली नहीं है. शराब दुकानों में लंबी कतार है, वहां प्रशासन ने रोक नहीं लगायी. यहां सिर्फ प्रसाद के लिए लोग जमा हुए, तो लाठीचार्ज की नौबत आ गयी. हमने पहले की कह दिया था कि भोग बनेगा भी और बंटेगा भी. प्रशासन भोग का अपमान नहीं कर सकता है. माता के मंदिर में पुलिस बल के साथ आने का कोई मतलब नहीं है.
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Posted By : Samir Ranjan.