इंटर कॉलेजों पर लगी रोक, एडमिशन के लिए भटक रहे हैं अभिभावक और छात्र
संदीप सावर्ण, जमशेदपुर
झारखंड एकेडमिक काउंसिल (जैक) के मैट्रिक के रिजल्ट ने जहां पूर्वी सिंहभूम जिले के हजारों विद्यार्थियों के चेहरे पर मुस्कान बिखेरी है, वहीं इंटर में दाखिले की बंद होती राहों ने उनके भविष्य पर सवालिया निशान लगा दिया है. जिले में न तो एक भी नया प्लस टू स्कूल शुरू हुआ और न ही बंद हो रहे इंटर कॉलेजों के विकल्प तलाशे गये. ऐसे में 20 हजार से ज्यादा विद्यार्थियों के सामने आगे की पढ़ाई को लेकर गहरी चिंता खड़ी हो गयी है, जबकि शिक्षा विभाग अब भी गहरी नींद में है.पिछले साल भी एडमिशन पर लगी थी रोक
पिछले साल भी सरकार ने इंटर कॉलेजों में एडमिशन पर रोक लगायी थी. लेकिन, बाद में सशर्त एडमिशन लेने की छूट दी गयी. साथ ही चेतावनी दी गयी थी कि इंटर कॉलेजों को बंद कर दिया जायेगा. लेकिन, इसके बाद भी शिक्षा विभाग द्वारा इसके लिए किसी प्रकार का कोई होमवर्क नहीं किया गया. एक भी स्कूल का प्लस टू में उत्क्रमण नहीं किया गया. न ही जिले से इसे लेकर एक प्रस्ताव भेजा गया.
जिले के 9 प्लस टू स्कूलों में शिक्षकों का पद ही स्वीकृत नहीं
पूर्वी सिंहभूम में 29 स्कूलों का संचालन होता है, जहां 11वीं व 12वीं की पढ़ाई होती है. इनमें 20 स्कूलों में शिक्षकों के पद स्वीकृत हैं. नौ स्कूलों को करीब एक साल पहले प्लस टू स्कूल में अपग्रेड किया गया, लेकिन इनमें अब तक शिक्षकों का पद स्वीकृत ही नहीं किया गया है. इस कारण वहां जुगाड़ ( हाई स्कूल के शिक्षकों से ) से पठन-पाठन चल रहा है.नामांकन को लेकर हर दिन कॉलेज पहुंच रहे विद्यार्थी
पटमदा, जेकेएस व करीम सिटी में डिग्री से अलग है इंटर की व्यवस्था, बंट रहा है प्रॉस्पेक्टस
कॉलेज के पांच किमी परिधि वाले स्कूल की हो रही है मैपिंग
माध्यमिक शिक्षा निदेशालय ने सभी जिले के जिला शिक्षा पदाधिकारी को एक पत्र भेजा है, जिसमें उन्हें उक्त स्कूलों की मैपिंग करने को कहा है. जो उन इंटर कॉलेज के अगल-बगल हैं जहां एडमिशन लेने पर रोक लगायी गयी है. उक्त कॉलेज में एडमिशन लेने के इच्छुक संभावित बच्चे किस-किस स्कूल में एडमिशन ले सकते हैं, इस प्रकार के स्कूलों की मैपिंग कर सूची विभाग को भेजने को कहा गया है.
नैक से मान्यता के लिए इंटर को रखना है अलग
इस साल सशर्त एडमिशन लिए जाने की मिल सकती है छूट
क्या कहते हैं जिम्मेदार
जिन्हें भी एडमिशन लेना है सरकारी प्लस टू स्कूल आयें, मिलेगा एडमिशन : माध्यमिक शिक्षा निदेशकमाध्यमिक शिक्षा निदेशक राजेश कुमार ने कहा कि डिग्री कॉलेज में इंटर की पढ़ाई बंद करने का आदेश राजभवन के स्तर से स्तर से दिया गया है. यह स्कूली शिक्षा का मामला नहीं है, फिर भी मैं यह अवश्य कह सकता हूं कि मैट्रिक पास करने के बाद किसी भी छात्र-छात्रा को अगर कहीं एडमिशन नहीं मिल रहा है तो वे नजदीक के प्लस टू सरकारी स्कूल में एडमिशन लें, वहां सीटें उपलब्ध होने के साथ बेहतर शिक्षा दी जायेगी. कहीं किसी प्रकार की कोई कमी नहीं है. जहां तक किसी स्कूल के उत्क्रमण की बात है तो अगर उपायुक्त की ओर से कोई प्रस्ताव आता है तो विभाग जरूर उस पर विचार करेगा.
वस्तुस्थिति की जायेगी समीक्षा : उपायुक्त
कर्ण सत्यार्थी, उपायुक्त, जमशेदपुर
कोल्हान में इन कॉलेजों में होती है इंटर की पढ़ाई
ग्रेजुएट कॉलेज
करीम सिटी कॉलेज
एसपी इंटर कॉलेज
एबीएम कॉलेज
घाटशिला कॉलेज
टाटा कॉलेज चाईबासा
महिला कॉलेज चाईबासा
काशी साहू कॉलेज
राजेंद्र इंटर कॉलेज
पिछले साल प्लस-टू में इन नौ हाई स्कूलों को किया गया उत्क्रमित
4. हाई स्कूल भालकी5. उत्क्रमित हाई स्कूल जोड़सा
8. उत्क्रमित हाई स्कूल केरूकोचा9. हाई स्कूल तिरिलडीह
1. स्थापना अनुमति प्राप्त इंटर कॉलेज- प्रत्येक संकाय में 1282. स्थायी प्रस्वीकृति प्राप्त इंटर कॉलेज- प्रत्येक संकाय में 384
फैक्टशीट
– सरायकेला खरसांवा के कितने विद्यार्थी मैट्रिक में हुए पास – 10,815- पूर्वी सिंहभूम में कुल कितने इंटर कॉलेज का होता है संचालन- 11
– कोल्हान के करीब कितने विद्यार्थी एडमिशन को लेकर ऊहापोह में हैं – करीब 44,548
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झारखंड एकेडमिक काउंसिल (जैक) के मैट्रिक के रिजल्ट ने जहां पूर्वी सिंहभूम जिले के हजारों विद्यार्थियों के चेहरे पर मुस्कान बिखेरी है, वहीं इंटर में दाखिले की बंद होती राहों ने उनके भविष्य पर सवालिया निशान लगा दिया है. जिले में न तो एक भी नया प्लस टू स्कूल शुरू हुआ और न ही बंद हो रहे इंटर कॉलेजों के विकल्प तलाशे गये. ऐसे में 20 हजार से ज्यादा विद्यार्थियों के सामने आगे की पढ़ाई को लेकर गहरी चिंता खड़ी हो गयी है, जबकि शिक्षा विभाग अब भी गहरी नींद में है.पिछले साल भी एडमिशन पर लगी थी रोक
पिछले साल भी सरकार ने इंटर कॉलेजों में एडमिशन पर रोक लगायी थी. लेकिन, बाद में सशर्त एडमिशन लेने की छूट दी गयी. साथ ही चेतावनी दी गयी थी कि इंटर कॉलेजों को बंद कर दिया जायेगा. लेकिन, इसके बाद भी शिक्षा विभाग द्वारा इसके लिए किसी प्रकार का कोई होमवर्क नहीं किया गया. एक भी स्कूल का प्लस टू में उत्क्रमण नहीं किया गया. न ही जिले से इसे लेकर एक प्रस्ताव भेजा गया.
जिले के 9 प्लस टू स्कूलों में शिक्षकों का पद ही स्वीकृत नहीं
पूर्वी सिंहभूम में 29 स्कूलों का संचालन होता है, जहां 11वीं व 12वीं की पढ़ाई होती है. इनमें 20 स्कूलों में शिक्षकों के पद स्वीकृत हैं. नौ स्कूलों को करीब एक साल पहले प्लस टू स्कूल में अपग्रेड किया गया, लेकिन इनमें अब तक शिक्षकों का पद स्वीकृत ही नहीं किया गया है. इस कारण वहां जुगाड़ ( हाई स्कूल के शिक्षकों से ) से पठन-पाठन चल रहा है.नामांकन को लेकर हर दिन कॉलेज पहुंच रहे विद्यार्थी
पटमदा, जेकेएस व करीम सिटी में डिग्री से अलग है इंटर की व्यवस्था, बंट रहा है प्रॉस्पेक्टस
कॉलेज के पांच किमी परिधि वाले स्कूल की हो रही है मैपिंग
माध्यमिक शिक्षा निदेशालय ने सभी जिले के जिला शिक्षा पदाधिकारी को एक पत्र भेजा है, जिसमें उन्हें उक्त स्कूलों की मैपिंग करने को कहा है. जो उन इंटर कॉलेज के अगल-बगल हैं जहां एडमिशन लेने पर रोक लगायी गयी है. उक्त कॉलेज में एडमिशन लेने के इच्छुक संभावित बच्चे किस-किस स्कूल में एडमिशन ले सकते हैं, इस प्रकार के स्कूलों की मैपिंग कर सूची विभाग को भेजने को कहा गया है.
नैक से मान्यता के लिए इंटर को रखना है अलग
इस साल सशर्त एडमिशन लिए जाने की मिल सकती है छूट
क्या कहते हैं जिम्मेदार
जिन्हें भी एडमिशन लेना है सरकारी प्लस टू स्कूल आयें, मिलेगा एडमिशन : माध्यमिक शिक्षा निदेशकमाध्यमिक शिक्षा निदेशक राजेश कुमार ने कहा कि डिग्री कॉलेज में इंटर की पढ़ाई बंद करने का आदेश राजभवन के स्तर से स्तर से दिया गया है. यह स्कूली शिक्षा का मामला नहीं है, फिर भी मैं यह अवश्य कह सकता हूं कि मैट्रिक पास करने के बाद किसी भी छात्र-छात्रा को अगर कहीं एडमिशन नहीं मिल रहा है तो वे नजदीक के प्लस टू सरकारी स्कूल में एडमिशन लें, वहां सीटें उपलब्ध होने के साथ बेहतर शिक्षा दी जायेगी. कहीं किसी प्रकार की कोई कमी नहीं है. जहां तक किसी स्कूल के उत्क्रमण की बात है तो अगर उपायुक्त की ओर से कोई प्रस्ताव आता है तो विभाग जरूर उस पर विचार करेगा.
वस्तुस्थिति की जायेगी समीक्षा : उपायुक्त
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ग्रेजुएट कॉलेज
करीम सिटी कॉलेज
एसपी इंटर कॉलेज
एबीएम कॉलेज
घाटशिला कॉलेज
टाटा कॉलेज चाईबासा
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4. हाई स्कूल भालकी5. उत्क्रमित हाई स्कूल जोड़सा
8. उत्क्रमित हाई स्कूल केरूकोचा9. हाई स्कूल तिरिलडीह
1. स्थापना अनुमति प्राप्त इंटर कॉलेज- प्रत्येक संकाय में 1282. स्थायी प्रस्वीकृति प्राप्त इंटर कॉलेज- प्रत्येक संकाय में 384
फैक्टशीट
– सरायकेला खरसांवा के कितने विद्यार्थी मैट्रिक में हुए पास – 10,815- पूर्वी सिंहभूम में कुल कितने इंटर कॉलेज का होता है संचालन- 11
– कोल्हान के करीब कितने विद्यार्थी एडमिशन को लेकर ऊहापोह में हैं – करीब 44,548
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