झारखंड में 40 प्रोपलीन भरे गैस टैंकर में रिसाव से अफरा-तफरी, NH पर लगा 10 किलोमीटर लंबा जाम
Gas Leak on NH-49 East Singhbhum Jharkhand: टैंकर चालक सचिन सिंह ने बताया कि वह टैंकर में 40 हजार केएल प्रोपलीन गैस लेकर वे मथुरा से पारादीप जा रहे थे. कालियाडिंगा ओवरब्रिज के समीप टर्निंग लेने के दौरान वाहन का पिछला हिस्सा पिलर से टकरा गया. कुछ दूर जाने के बाद उन्हें जानकारी मिली की गैस का रिसाव हो रहा है. आधा किलोमीटर आगे बढ़ने के बाद टैंकर को बेला-गम्हरिया के बीच एनएच के खाली स्थान पर खड़ा कर दिया.
By Mithilesh Jha | July 1, 2025 9:28 PM
Gas Leak on NH-49 Jharkhand: पूर्वी सिंहभूम जिले के बहरागोड़ा थाना क्षेत्र के बेला‑गम्हरिया के बीच एनएच-49 पर मंगलवार को अफरा-तफरी मच गयी, जब जिला प्रशासन को खबर मिली की 40 हजार केएल प्रोपलीन गैस से भरे टैंकर में रिसाव हो गया है. प्रोपलीन गैस से भरा टैंकर जब एनएच 49 स्थित कालियाडिंगा अंडरपास पार कर रहा था, तो टैंकर का एक हिस्सा पिलर से टकरा गया, जिसके कारण वाहन की टंकी में छेद हो गया. इससे गैस का रिसाव शुरू हो गया. घटना की जानकारी मिलते ही घाटशिला के एसडीएम सुनीलचंद व एसडीपीओ अजीत कुजूर समेत पुलिस पदाधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे. स्थिति की गंभीरता देखते हुए उपायुक्त कर्ण सत्यार्थी के निर्देश पर क्षेत्र में निषेधाज्ञा लागू कर दी.
बालासोर से मंगाया गया दूसरा टैंकर
इसके बाद टैंकर से आधा किलोमीटर की दूरी पर दोनों तरफ मार्ग को बंद कर दिया गया. एनएच पर दोनों ओर से यातायात पूरी तरह बंद कर दिये जाने से 10‑10 किमी तक वाहनों की कतार लग गयी. प्रशासन ने आसपास के गांवों के लोगों से ज्वलनशील पदार्थ का प्रयोग न करने और घरों में रहने की अपील की है. बालासोर से टैंकर को मंगाया गया, जिसमें लीक वाले टैंकर से गैस को भरने का काम शुरू किया.
गैस को नियंत्रित करने में लगी है एक्सपर्ट्स की टीम
जाम के कारण बालासोर की तरफ से आ रहे टैंकर को भी काफी मशक्कत के बाद यहां पहुंचना पड़ा. हालात की गंभीरता को देखते हुए ओडिशा व बिहार के पटना से एनडीआरएफ की टीम को घटनास्थल पर पहुंचने का निर्देश दिया. ओडिशा की टीम देर शाम वहां पहुंची. देर रात तक विशेषज्ञ टीम गैस को नियंत्रित करने में जुटी है, लेकिन खबर लिखे जाने तक सफलता नहीं मिली है.
बहरागोड़ा एनएच पर बेला-गम्हरिया के बीच प्रोपलीन भरे गैस टैंकर में छेद से रिसाव
अफरा-तफरी के बाद प्रशासन ने लागू की निषेधाज्ञा
लियाडिंगा अंडरपास के पिलर से टैंकर का पिछला हिस्सा टकराया
बेला-गम्हरिया से दोनों तरफ आधा किलोमीटर रोका गया वाहनों का परिचालन
प्रशासन ने ग्रामीणों को किया अलर्ट, ज्वलनशील पदार्थ का इस्तेमाल नहीं करने की अपील
खाली टैंकर मंगाया गया, एनडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंची
मथुरा से पारादीप जा रहा था प्रोपलीन गैस से भरा टैंकर
टैंकर चालक सचिन सिंह ने बताया कि वह टैंकर में 40 हजार केएल प्रोपलीन गैस लेकर वे मथुरा से पारादीप जा रहे थे. कालियाडिंगा ओवरब्रिज के समीप टर्निंग लेने के दौरान वाहन का पिछला हिस्सा पिलर से टकरा गया. कुछ दूर जाने के बाद उन्हें जानकारी मिली की गैस का रिसाव हो रहा है. आधा किलोमीटर आगे बढ़ने के बाद टैंकर को बेला-गम्हरिया के बीच एनएच के खाली स्थान पर खड़ा कर दिया.
सूचना पाकर बालेश्वर, जमशेदपुर व खड़गपुर से विशेषज्ञों की टीम प्रोपलीन गैस रिसाव को रोकने के लिए घटनास्थल पहुंची. साथ में बहरागोड़ा अग्निसेवा शमन के वाहन घटनास्थल पर डटे हैं. लगभग तीन घंटे से गैस रिसाव रोकने की मशक्कत की जा रही है, लेकिन गैस का रिसाव को नियंत्रण नहीं किया जा सका है. देर शाम तक टीम घटनास्थल पर डटी रही.
ये अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे
घटना की सूचना पर घाटशिला के एसडीएम सुनील चंद, एसडीपीओ अजीत कुजूर, बीडीओ केशव भारती, सीओ राजाराम सिंह मुंडा, पुलिस निरीक्षक अनिल कुमार, बहरागोड़ा थाना प्रभारी शंकर प्रसाद कुशवाहा, बरसोल थाना प्रभारी चंदन कुमार, श्यामसुंदरपुर थाना प्रभारी सुनील कुमार भक्ता, जेइ अभिजीत बेरा डटे हैं.
प्रोपलीन एक रंगहीन, ज्वलनशील गैस है, जिसका रासायनिक सूत्र सी3एच6 है. यह एक महत्वपूर्ण पेट्रोकेमिकल है, जो विभिन्न प्रकार के उत्पादों, जैसे प्लास्टिक, फाइबर, और रबर के उत्पादन में उपयोग होता है. इसे प्रोपीन या मेथिल एथिलीन भी कहा जाता है. प्रोपलीन गैस अत्यधिक ज्वलनशील होती है और आग लगने या विस्फोट होने का खतरा होता है. यह एक रंगहीन गैस है, जिसमें हल्की गंध होती है और इसे तरल के रूप में भी संग्रहित किया जा सकता है. प्रोपलीन गैस ऑक्सीजन को विस्थापित करके दम घुटने का कारण बन सकती है और त्वचा के संपर्क में आने पर जलन या शीतदंश हो सकता है.