जमशेदपुर शहर के प्राइवेट स्कूलों में गरीब व अभिवंचित वर्ग के बच्चों के एडमिशन के कुल 113 सीटें खाली रह गयी है. उपायुक्त की अध्यक्षता में दूसरे राउंड की लॉटरी में जिन 143 विद्यार्थियों का नाम जारी किया गया, उनका एडमिशन अब तक नहीं हो सका है. जबकि जुलाई का महीना चल रहा है. जुलाई के अंत तक सभी बच्चों का एडमिशन होने की संभावना है. अगर उक्त सभी बच्चों का एडमिशन जुलाई के अंत तक हो भी जाता है तो इसका सीधा असर बच्चों के पठन-पाठन पर पड़ेगा. क्योंकि उनका कोर्स तीन माह आगे निकल चुका होगा. दिसंबर माह से गरीब एवं अभिवंचित वर्ग के बच्चों के एडमिशन की प्रक्रिया चल रही है. करीब सात माह के बाद भी स्थिति यह है कि अब तक सभी बच्चों का एडमिशन नहीं हो सका है. इस बार बच्चों के दस्तावेजों की जांच में काफी देरी हुई. जिला शिक्षा अधीक्षक कार्यालय से तय समय पर दस्तावेजों को विभिन्न कार्यालय भेज देने के बाद भी उनकी जांच रिपोर्ट नहीं आ सकी. इसके बाद पहली बार बीपीएल बच्चों के एडमिशन को भी लॉटरी के जरिए किया गया. अब तक ऐसा नहीं होता था. इस पूरी प्रक्रिया को संपादित करने में देरी का खामियाजा बच्चों को भुगतना पड़ रहा है.
संबंधित खबर
और खबरें