टाटा स्टील के क्वार्टर में रहते हैं झारखंड के मंत्री, विधायक व सांसद, बन्ना गुप्ता को मिला आवास, तो हुआ खुलासा
टाटा स्टील के क्वार्टरों में सरकारी अधिकारी भी रहते हैं. डीसी, एसएसपी, सिटी एसपी, ग्रामीण एसपी, आयकर अधिकारी, रेल एसपी आदि कंपनी क्वार्टर में रहते है. सरकार कोटे के इन क्वार्टर के रखरखाव भी टाटा स्टील ही करती है.
By Mithilesh Jha | November 14, 2023 4:03 PM
जमशेदपुर, ब्रजेश सिंह : हमारे माननीय (सांसद व विधायक) टाटा स्टील से आवासीय सुविधा ले रहे हैं. इसमें ग्रामीण क्षेत्र के जनप्रतिनिधि भी शामिल हैं. कई पूर्व विधायक, पूर्व मंत्री और पूर्व सांसद भी इसका लाभ ले रहे हैं. झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता को कंपनी की ओर से आवास आवंटन के बाद हुआ है खुलासा. पूर्वी सिंहभूम जिले के लगभग सभी जनप्रतिनिधि कंपनी क्वार्टर की सुविधा ले रहे हैं. टाटा स्टील ने हाल ही में मंत्री बन्ना गुप्ता को 51 केडी फ्लैट प्रदान किया है. इसे रिनोवेट करने के बाद मंत्री को हैंडओवर किया जायेगा. जमशेदपुर के सांसद, जमशेदपुर पूर्वी और पश्चिमी के विधायकों के अलावा ग्रामीण इलाकों के विधायकों ने भी टाटा स्टील से क्वार्टर लिया है. हालांकि, उन्हें पहली बार यह सुविधा मिली है.
न्यायिक पदाधिकारियों को पहले क्वार्टर, बाद में मिला सरकारी बंगला
जिला जज, सीजेएम समेत अन्य न्यायिक पदाधिकारियों को जज कॉलोनी में सरकारी बंगला बनाकर दिया गया है. इससे पहले सभी टाटा स्टील के क्वार्टर में रहते थे. न्याय के मामले को देखते हुए कंपनी से लाभ लेने का सवाल उठने के बाद नयी कॉलोनी बनायी गयी. जिला जज के अलावा सीजेएम के लिए अलग से मकान बनवाया गया.
कंपनी बोली-जनप्रतिनिधियों को जरूरत के अनुसार आवंटन
माननीयों को क्वार्टर आवंटित करने के मामले में कंपनी का कहना है कि जनप्रतिनिधियों को जरूरत और डिमांड के अनुसार क्वार्टर आवंटित किया जाता है. डिमांड की समीक्षा के बाद इस पर फैसला लिया जाता है.
दूसरे को आवंटित क्वार्टर में सांसद विद्युत वरण महतो
सांसद विद्युत वरण महतो ने भी यह सुविधा ली है. उनके परिचित और परिजनों के नाम पर आवंटित क्वार्टर में वे रहते हैं और वहीं से कार्यालय भी संचालित करते हैं. सांसद का पैतृक आवास और पारिवारिक संपत्ति सरायकेला-खरसावां जिले में है.
ओडिशा के राज्यपाल रघुवर दास भी ले रहे सुविधा
पूर्व मुख्यमंत्री और वर्तमान में ओडिशा के राज्यपाल रघुवर दास के नाम पर भी जमशेदपुर में कंपनी क्वार्टर आवंटित है. विधायक बनने से पहले से वे कंपनी क्वार्टर में हैं. मंत्री और झारखंड का मुख्यमंत्री बनने के बाद कंपनी क्वार्टरों की संख्या बढ़कर छह हो गयी है.
सरकारी अधिकारी भी रहते हैं कंपनी क्वार्टर में
टाटा स्टील के क्वार्टरों में सरकारी अधिकारी भी रहते हैं. डीसी, एसएसपी, सिटी एसपी, ग्रामीण एसपी, आयकर अधिकारी, रेल एसपी आदि कंपनी क्वार्टर में रहते है. सरकार कोटे के इन क्वार्टर के रखरखाव भी टाटा स्टील ही करती है. हालांकि क्वार्टर आवंटन को लेकर कई सरकारी कर्मचारियों का आवेदन पेंडिंग है. कई कर्मचारियों को क्वार्टर नहीं मिल रहा है.