साकची स्थित एमजीएम अस्पताल को डिमना स्थित एमजीएम मेडिकल कॉलेज परिसर में नवनिर्मित अस्पताल परिसर में स्थानांतरित किये जाने की प्रक्रिया तेजी से चल रही है. जिसके कारण एमजीएम के पुराने अस्पताल में कई विभाग को बंद कर मरीजों की भर्ती बंद कर दी गयी है. यहां इलाज के लिए आने वाले मरीजों को रेफर कर दिया जा रहा है. इस अस्पताल में आर्थिक रूप से कमजोर मरीज अधिक संख्या में आते हैं. ऐसे दूसरे अस्पताल में रेफर करने इन मरीजों को परेशानी बढ़ जा रही है. एमजीएम अस्पताल में ऑर्थो और सर्जरी के मरीजों को खासमहल स्थित सदर अस्पताल या रांची रिम्स में रेफर किया जा रहा है. अस्पताल में इमरजेंसी से प्रतिदिन तीन से चार मरीजों को दूसरे अस्पताल में रेफर किया जा रहा है. कभी इनकी संख्या बढ़ भी जाती है. अस्पताल के कर्मचारियों के अनुसार अभी तक 150 से ज्यादा मरीजों को दूसरे अस्पताल रेफर किया जा चुका है.
एमजीएम में अधिकतर मरीज गरीब या गांव से आते हैं, उन्हें कैसे भटकना पड़ रहा है
अल्सर पीड़ित को रिम्स किया गया रेफर
एमजीएम अस्पताल से ऑर्थो व सर्जरी के अधिकतर मरीजों को रेफर कर दिया जा रहा है. वहीं गायनिक व बच्चा वार्ड में भी अगर कोई गंभीर मरीज आता है, तो उसे भी रेफर किया जा रहा है. मंगलवार को एमजीएम के इमरजेंसी से सिर्फ एक मरीज को रेफर किया गया. उसको सर्जरी की जरूरत थी. उसे रांची रिम्स भेज दिया गया. पटमदा निवासी नामसी कुई के पेट में अल्सर था, जिसका ऑपरेशन होना है. यहां सर्जरी ओटी बंद होने के कारण उसे रांची रिम्स भेज दिया गया. नामसी ने बताया कि पेट में दर्द होने के कारण सोमवार को वह एमजीएम के इमरजेंसी में भर्ती हुई थी. डॉक्टरों ने जांच के बाद रांची रिम्स रेफर कर दिया है. हमारी आर्थिक स्थिति ऐसी नहीं है कि वहां रहकर अपना इलाज करा सकूं. हालांकि उसे अस्पताल से 108 एंबुलेंस से रांची रिम्स भेजा गया है.
बेड की कमी के कारण स्ट्रेचर पर हो रहा इलाज
एमजीएम के ऑर्थो व सर्जरी ओपीडी में प्रतिदिन इलाज कराने आने वाले मरीजों की संख्या
दिनांक ऑर्थो सर्जरी27 मई – 93-5428 मई- 125-6429 मई- 94-5530 मई- 104-6631 मई- 110-4202 जून- 128- 8103 जून – 117-62
मरीजों के बोल…
मेरे पति की छाती में तेज दर्द हो रहा था. पेट भी फुल गया था, जिससे सांस लेने में दिक्कत हो रही थी. किसी तरह इलाज के लिए एमजीएम अस्पताल लेकर आयी. यहां बेड नहीं मिला जिसके कारण स्ट्रेचर पर ही लिटा कर इलाज किया जा रहा है. इनको हार्ट के डॉक्टर से दिखाने को कहा जा रहा है. इसके लिए नये अस्पताल जाना होगा. इस स्थिति में कैसे लेकर जायें समझ में नहीं आ रहा है.
नर्सिंग टुडू, बावनगोड़ा
मो सरवर, मकदमपुर
हरीश, गुवा
शिफ्टिंग के चक्कर में हो रही परेशानी, जल्द होगा निदान
डॉ नकुल चौधरी, उपाधीक्षक एमजीएम अस्पतालB
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