पांकी. प्रखंड के डंडार कला पंचायत में पिछले 11 माह से उप डाकघर की व्यवस्था लचर है. लोगों का कहना है कि पांच हजार की आबादी वाले इस गांव में लोग उक्त उप डाकघर की सेवाओं से वंचित रहते है. डाकघर कभी-कभार छह माह में एक बार ही खुलता है, जिससे ग्रामीणों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. डाकघर नहीं खुलने के कारण ग्रामीणों को जॉइनिंग पत्र, पहचान पत्र, आधार कार्ड, पैन कार्ड, एटीएम कार्ड, सुकन्या योजना से जुड़ी सुविधाएं समय पर नहीं मिल पा रही हैं. इतना ही नहीं कई बार दूसरों के हस्ताक्षर पर पत्रों का वितरण भी किया जा रहा है, जो एक गंभीर अनियमितता है. ग्रामीणों का आरोप है कि स्थानीय पोस्टमास्टर रविरंजन कुमार सिंह की लापरवाही के कारण डाकघर लंबे समय से निष्क्रिय है. मुखिया प्रद्युम्न सिंह ने बताया कि पिछले वर्ष 16 जुलाई को सैकड़ों ग्रामीणों ने डाक अधीक्षक, प्रधान डाकघर मेदिनीनगर को आवेदन देकर डाकघर की व्यवस्था सुधारने की माँग की थी, लेकिन अब 11 माह बीत चुके हैं, न तो कोई कार्रवाई हुई, न ही व्यवस्था में सुधार किया गया. मुखिया प्रद्युम्न सिंह सहित अर्जुन साव, अर्जुन कुमार, प्रवेश प्रजापति, मुन्ना कुमार सिन्हा, चंदन कुमार सिंह, अमित कुमार, सतवंती देवी, कांति देवी, राजू कुमार यादव, शिवपूजन सिंह, अनीता देवी, संतोष कुमार, बच्चू महतो, प्रवीण कुमार, सुजीत कुमार, अरुण कुमार प्रजापति, प्रकाश कुमार, अविनाश कुमार, जनेश्वर मांझी, प्रहलाद मोची, अयूब आलम, राजेंद्र कुमार राम, बिहारी पासवान, सुनील भुइयां, इस्लाम मियां, मनमोहन प्रजापति, विजय भुइयां सहित सैकड़ों ग्रामीणों ने पोस्टमास्टर के खिलाफ ठोस प्रशासनिक कार्रवाई और नियमित रूप से डाकघर सेवा बहाल करने की मांग की है.
संबंधित खबर
और खबरें