:बांस लगा कर खींच रहे बिजली का तार, टैंकर से खरीद पी रहे हैं पानी

वर्ष 2017 में सदर प्रखंड की कई पंचायतों को शहर में शामिल कर नगर निगम का दर्ज दिया गया.

By SATYAPRAKASH PATHAK | May 19, 2025 9:46 PM
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मेदिनीनगर. वर्ष 2017 में सदर प्रखंड की कई पंचायतों को शहर में शामिल कर नगर निगम का दर्ज दिया गया. इस दौरान ग्रामीण इलाकों के लोगों को यह भरोसा दिया गया था कि शहरी सुविधा का लाभ दिया जायेगा. इसके बाद ही लोगों से किसी भी तरह का टैक्स निगम वसूल करेगा. बड़की व छोटकी बैरिया को जोड़ पंचायत से अलग कर नगर निगम में शामिल कर लिया गया. लेकिन अभी तक उस इलाके में शहरी सुविधा बहाल नहीं की गयी है. सोमवार को बड़की बैरिया में प्रभात खबर आपके द्वार कार्यक्रम का आयोजन हुआ. इसमें शामिल समाज के बुद्धिजीवियों ने बताया कि उम्मीद जगी थी कि नगर निगम में शामिल होने के बाद बड़की व छोटी बैरिया में रहने वाले लोगों को पर्याप्त शहरी सुविधा का लाभ मिलेगा. लेकिन आठ वर्ष बीत जाने के बाद भी निगम प्रशासन द्वारा किसी तरह की बुनियादी सुविधा उपलब्ध नहीं करायी गयी. लोगों ने कहा कि इससे बेहतर तो पंचायत में ही विकास कार्य हो रहा है. जिले की सभी पंचायतों में सरकार पेयजल, बिजली, आवास के अलावा रोजी रोजगार का अवसर दे रही है. यदि प्रशासन को शहरी सुविधा का लाभ नहीं देना है तो बड़की व छोटकी बैरिया को निगम से अलग कर पंचायत में ही शामिल कर दें. इस इलाके में मुख्य मार्ग पर बिजली के खंभे दिखाई देते हैं. लेकिन उसमें जो तार लगाया गया है, वह काफी जर्जर हो चुका है. मुख्य मार्ग से हट कर जिन लोगों ने मकान बनाया है, वे अपने घर तक बांस के सहारे बिजली ले गये हैं. बड़की व छोटकी बैरिया में अधिकांश जगहों पर इसी तरह की ही व्यवस्था देखी गयी. बैरिया से दशगात्र स्थल पर लगे ट्रांसफॉर्मर से 100 से अधिक लोगों ने विभिन्न दिशाओं में बांस के सहारे तार लपेट कर बिजली अपने घर तक ले गये हैं. इसी तरह मुख्य मार्ग पर लगे खंभे से तार खींच कर लोग बांस के सहारे अपने घर तक बिजली तार ले जाकर उपयोग कर रहे हैं. हालांकि यह जोखिम भरा है, लेकिन यहां के लोगों की विवशता भी है. क्योंकि इस क्षेत्र में जहरीले सांप घूमते रहते हैं. हाल में ही कुछ लोगों ने रसेल वाइपर नामक सांप को भगाया है. इस तरह के कई सांप क्षेत्र में घूम रहे हैं. बिजली की व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए विभाग या प्रशासन के द्वारा कोई कदम नहीं उठाया गया. कार्यक्रम में शामिल लोगों ने सांसद, विधायक व नगर निगम के पूर्व के जनप्रतिनिधियों को भी नकारा बताया. कहा कि जनप्रतिनिधि कभी दर्शन देने भी नहीं आते हैं. बुनियादी समस्याओं से जूझ रहे लोग भगवान भरोसे जीवन जीने को विवश हैं. मौके पर अमित सिंह, मंटू सिंह, बृजमोहन सिंह, निरंजन शुक्ला, लालमन पांडेय, संटू सिंह, नंदलाल तिवारी, सीडी प्रजापति, राजकुमार यादव, निरंजन शर्मा सहित काफी संख्या में लोग मौजूद थे.

क्या कहते है बैरिया के लोग

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