पाटन. अंचल पदाधिकारी राकेश कुमार श्रीवास्तव ने गुरुवार को कई राजस्व उपनिरीक्षकों के निजी कार्यालयों का औचक निरीक्षण किया, जिसमें गंभीर अनियमितताओं का खुलासा हुआ. उन्हें सूचना मिली थी कि कुछ उपनिरीक्षक निजी व्यक्तियों से सरकारी कार्य करवा रहे हैं. जांच में ग्रामीणों की शिकायतें सही पायी गयीं. दो उपनिरीक्षकों के निजी कार्यालय में तीन अनधिकृत व्यक्ति मिले, जो सरकारी रजिस्टर देख रहे थे. सीओ ने बताया कि राजस्व कर्मचारियों के पास कई महत्वपूर्ण सरकारी दस्तावेज होते हैं, जिन्हें अनधिकृत व्यक्ति द्वारा देखना या गायब करना गंभीर अपराध है. जांच में यह भी सामने आया कि एक अनधिकृत व्यक्ति लगातार कर्मचारी के साथ रहता था और रिश्वत लेकर नाम जोड़ने या हटाने का कार्य करता था. इस आरोप की पुष्टि भी हुई. आरोपी को पैसे लौटाने के लिए दो दिन का समय दिया गया और चेतावनी दी गयी कि यदि वह दोबारा अंचल कार्यालय या उपनिरीक्षक के पास पाया गया, तो उसके खिलाफ मामला दर्ज किया जायेगा. आरोपी ने भविष्य में कार्यालय न आने की बात स्वीकार की, जिसके बाद उसे छोड़ा गया.
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