पाटन. प्रखंड के उताकी में आदिवासी कला संस्कृति केंद्र एवं धुमकुड़िया भवन निर्माण के लिए लाभुक समिति का गठन नहीं हो सका. मुखिया का आरोप है कि उताकी में आदिवासी कला संस्कृति केंद्र एवं धुमकुड़िया भवन स्वीकृत हुआ है. जिसका लाभुक समिति के माध्यम से निर्माण कराया जाना है. लाभुक समिति के गठन को लेकर प्रखंड विकास पदाधिकारी डा अमित कुमार झा ने कार्यालय के पत्रांक 407 दिनांक नौ अप्रैल को पत्र निर्गत किया गया है. जिसमें ग्रामसभा की तिथि व समय दोनों ही निर्धारित की गयी थी. ग्रामसभा 11 अप्रैल को तय की गयी थी. लेकिन नहीं हो पायी. दूसरा पत्र जो भेजा गया है, जिसमें संबंधित पदाधिकारी को पत्र भेजा गया था. पहला व दूसरा पत्र में सिर्फ ग्रामसभा का स्थान बदल दिया गया है. उताकी की मुखिया प्रतिमा देवी का कहना है कि पहला पत्र में उताकी पंचायत के बघबर व तमवा टोला के दीवाने पर स्थित सार्वजनिक स्थल महुआ के पेड़ के पास निर्धारित किया गया था. लेकिन नौ अप्रैल को ही प्रखंड विकास पदाधिकारी द्वारा दूसरा पत्र प्रखंड कार्यालय के पत्रांक 408 के भेजा से उनके पास भेजा गया, जिसमें प्रखंड कार्यालय के पत्रांक 407 को रद्द कर दिया गया. प्रखंड कार्यालय द्वारा तय पहला ग्रामसभा स्थल को बदल कर पंचायत सचिवालय कर दिया गया. जिसके कारण ग्रामीण भ्रमित हो गये. बघबर टोला के लोग पूर्व निर्धारित स्थल पर जमे रहे. तमवा टोला के ग्रामीण कैलाश सिंह ने कहा कि यह लड़ाई ग्रामीणों की नहीं है, बल्कि मुखिया पति इंदल महतो द्वारा लड़ाया जा रहा है, जिसे कभी भी सफल नहीं होने दिया जायेगा. तमवा टोला के ग्रामीणों का कहना है कि योजना उन लोगों के गांव के ही खाता प्लॉट में स्वीकृत हुई है. इसलिए उन लोगों की मांग जायज है. बीडीओ डा अमित कुमार झा ने कहा कि उपायुक्त के आदेश निर्देश पर ग्रामसभा करायी जा रही है. उपायुक्त का स्पष्ट निर्देश है कि सैद्धांतिक स्वीकृति प्राप्त आदिवासी कला संस्कृति केंद्र एवं धुमकुड़िया भवन निर्माण कार्य के लाभुक समिति का गठन किया जाना है. उन्हें योजना स्थल को लेकर किसी भी प्रकार का कोई निर्देश प्राप्त नहीं है.
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