रांची (वरीय संवाददाता). प्रदेश भाजपा अध्यक्ष व नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने कहा कि रानी अहिल्याबाई होलकर भारत की सांस्कृतिक जागरण एवं सनातन विचारों के साथ गरीबों असहायों की सेवा की जीवंत प्रतिमूर्ति थी. कठिन चुनौतियों और विषम परिस्थितियों के बीच भी रानी अहिल्याबाई होलकर अडिग रहीं और जनसेवा में निरंतर सक्रिय रहीं. श्री मरांडी बुधवार को प्रदेश भाजपा कार्यालय में रानी अहिल्याबाई होलकर की 300वीं जयंती पर आयोजित कार्यशाला में बोल रहे थे. श्री मरांडी ने कहा कि बचपन से ही उनकी भगवान शिव में गहरी आस्था रही. उन्होंने अपने 30 वर्षों का शासन भगवान शिव की आज्ञा मानकर चलाया. कहा कि काशी विश्वनाथ मंदिर, सोमनाथ मंदिर (जिसे मुगलों ने क्षतिग्रस्त कर दिया था) का पुनरुद्धार कराया. 16 करोड़ की निजी संपत्ति से उन्होंने सनातन धर्म के चारों धाम, सात पुरी और 12 ज्योतिर्लिंगों का जीर्णोद्धार कराया. वेद विद्वानों की नियुक्ति की और शास्त्रों के मनन चिंतन की व्यवस्था की. भाजपा महिला मोर्चा की राष्ट्रीय मंत्री व सांसद संगीता यादव ने कहा कि रानी अहिल्याबाई ने न्याय, समाज सुधार और महिला सशक्तीकरण की दिशा में ऐतिहासिक कार्य किये. रानी ने अपने शासन में सख्त दहेज विरोधी कानून बनाये, बिना संतान वाली विधवाओं की संपत्ति राज्य द्वारा जब्त करने की नीति समाप्त की. विधवाओं को बच्चा गोद लेने की स्वतंत्रता दी. विधवा पुनर्विवाह को नैतिक समर्थन दिया. मौके पर कार्यकारी अध्यक्ष रविंद्र कुमार राय ने कहा कि रानी अहिल्याबाई होलकर शक्ति स्वरूपा मां थी. भारत की नारी शक्ति का बेहतरीन उदाहरण थीं. प्रदेश संगठन महामंत्री कर्मवीर सिंह ने कहा कि रानी अहिल्याबाई होलकर सर्व समाज की मां थीं. इसलिए इनकी 300वीं जन्म जयंती को सर्व समाज के साथ मनाते हुए इनके आदर्शों को जन-जन तक पहुंचाने का संकल्प लें. कार्यशाला में विधायक नीरा यादव, पूर्णिमा दास साहू, मंजू कुमारी, विकास प्रीतम, आरती सिंह ने भी विचार रखे. संचालन लवली गुप्ता ने व धन्यवाद ज्ञापन अर्चना सिंह ने किया. कार्यक्रम में आदित्य साहू, राकेश प्रसाद, गणेश मिश्र, सरोज सिंह, नंदजी प्रसाद, हेमंत दास, शिवपूजन पाठक, राफिया नाज, योगेंद्र प्रताप सिंह समेत कई लोग मौजूद थे.
संबंधित खबर
और खबरें