उन्होंने विकसित और स्वाभिमानी भारत का सपना देखा. इसके लिए सुशासन पर बल दिया, जिसका सीधा संबंध अंतिम व्यक्ति तक विकास की पहुंच है. उन्होंने सुशासन से अंत्योदय का मार्ग प्रशस्त किया. श्री मरांडी ने कहा कि अटल जी ने केवल अलग राज्य ही नहीं बनाया, बल्कि जनजाति समाज के तीव्र विकास के लिए अलग मंत्रालय बनाये. संताली भाषा को संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल किया. प्रदेश भाजपा कार्यालय में कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रदेश संगठन महामंत्री कर्मवीर सिंह ने कहा कि एक राष्ट्रभक्त विराट व्यक्तित्व का नाम है अटल बिहारी वाजपेयी. ऐसा व्यक्तित्व जो कुशल संगठक हो, दूर दृष्टा राजनेता हो, अजातशत्रु हो, कवि, लेखक हो, ओजस्वी वक्ता हो विरले ही जन्म लेते हैं. अटल जी ने जो कहा वह किया. झारखंड की जनता उन्हें कभी नहीं भूल सकती.
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इधर विधानसभा परिसर स्थित अटल बिहारी वाजपेयी की प्रतिमा पर भाजपा प्रदेश संगठन महामंत्री कर्मवीर सिंह, नेता प्रतिपक्ष अमर कुमार बाउरी सहित महानगर जिला अध्यक्ष केके गुप्ता एवं अन्य ने श्रद्धा सुमन अर्पित किये. प्रदेश कार्यालय में श्रद्धांजलि अर्पित करने वालों में सूर्यमणि सिंह, नवीन जायसवाल, काजल प्रधान, दीपक बंका, हेमंत दास, सूरज चौरसिया, मनोज सिंह, शिव पूजन पाठक, परमा सिंह, प्रेम मित्तल, रमेश पुष्कर, अशोक बड़ाईक, तारिक इमरान, प्रतुल शाहदेव, राजश्री जयंती, गुरविंदर सिंह सेठी, संदीप वर्मा, राहुल अवस्थी, उषा पांडेय, अरुण झा, अजय राय, बबन गुप्ता, सीताराम रवि, निशि जायसवाल,आरती कुजूर, सीमा सिंह, जयश्री इंदवार, कमाल खान, काजिम कुरैशी समेत कई लोग मौजूद थे.