प्रतिनिधि, खलारी धमधमियां बिरसा चौक पर भगवान बिरसा मुंडा की पुण्यतिथि मनायी गयी. इस अवसर पर पारंपरिक तरीके से पूजा-अर्चना की गयी. मुख्य अतिथि पुरनाडीह पीओ शकील अहमद ने भगवान बिरसा मुंडा की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर व दीप प्रज्ज्वलित किया. इसके बाद बिरसा मुंडा की प्रतिमा के समक्ष पुष्प अर्पित किया. लोगों ने पर्यावरण की रक्षा का संकल्प लिया. पीओ शकील अहमद ने कहा कि भगवान बिरसा झारखंड के महानायक थे. जिन्होंने जल, जंगल व जमीन की रक्षा के लिए उलगुलान किया. साथ ही आजादी की लड़ाई में अपनी अहम भूमिका निभायी. हमें उनके जीवन संघर्ष से प्रेरणा लेनी चाहिए. विस्थापित नेता बहुरा मुंडा ने कहा की आदिवासी समाज के लिए बिरसा मुंडा प्रेरणास्रोत है. कहा कि भारतीय जमींदारों और जागीरदारों तथा ब्रिटिश शासकों के शोषण की भट्ठी में आदिवासी समाज झुलस रहा था. जिसे बचाने का काम किया. बिरसा मुंडा सही मायने में पराक्रम और सामाजिक जागरण के धरातल पर तत्कालीन युग के धरती आबा हैं. आज पूरा विश्व पर्यावरण की रक्षा की बात करता है, लेकिन हमारे धरती आबा पहले से ही पर्यावरण की रक्षा के लिए अपनी प्राणों की आहुति दे दी. मौके पर रामेश्वर भोक्ता, महेंद्र उरांव, बालेश्वर उरांव, प्रदीप उरांव, पंकज मुंडा, किसुन मुंडा, शत्रुघ्न मुंडा, उमेश लोहरा, विजय उरांव, उमाकांत सिंह, गोपाल सिंह, गीता उरांव, संगीता उरांव, रामप्रसाद उरांव आदि उपस्थित थे.
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