स्वास्थ्य मंत्री श्री गुप्ता ने कहा कि केंद्र सरकार झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री को कोरोना वॉरियर नहीं मानती है. कोरोना टीका लगाने के लिए उन्होंने पत्र एवं ईमेल के माध्यम से स्वास्थ्य मंत्रालय से अनुमति मांगी थी. लेकिन, टीका लगाने संबंधी अनुमति नहीं मिली. इसके कारण ही उन्हें टीका नहीं मिला. कोरोना वैक्सीन नहीं लगने पर राज्य के स्वास्थ्य मंत्री श्री गुप्ता को मलाल भी है.
बता दें कि पिछले दिनों स्वास्थ्य मंत्री श्री गुप्ता ने स्वास्थ्य कर्मियों के संशय को दूर करने के मद्देनजर कोरोना का पहला टीका लेने की घोषणा की थी. लेकिन, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से टीका लेने के लिए हरी झंडी नहीं मिली. इस मामले पर स्वास्थ्य मंत्री श्री गुप्ता ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा मोदी सरकार झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री को स्वास्थ्य विभाग का कर्मी नहीं मानती है. यही कारण है कि उन्हें टीका लेने के लिए हरी झंडी नहीं दी गयी.
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दूसरी ओर, रांची के सदर हॉस्पिटल में राज्यव्यापी कोरोना टीकाकरण की शुरुआत करते हुए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि इस कार्यक्रम में शामिल होना सौभाग्य की बात है. कोरोना टीकाकरण के दौरान केंद्र सरकार की हर गाइडलाइन का पालन किया जा रहा है. सीएम श्री सोरेन ने कहा कि मुझे विश्वास है कि देश के वैज्ञानिकों की कड़ी मेहनत की बदौलत कोरोना संक्रमण से जल्द जंग जीतेंगे.
बता दें कि राजधानी रांची के 2 वैक्सीन सेंटर के तहत सदर हॉस्पिटल में महिला सफाई कर्मी मरियम गुड़िया और नामकुम के आरसीएच में सफाईकर्मी हरी महली को पहला टीका लगा है. इसके अलावा नामकुम के आरसीएच में कर्मियों के बाद सबसे पहले डॉ विकास कुमार गुप्ता ने कोरोना वैक्सीन लगाये. राज्य के सभी जिलों में 2-2 वैक्सीन सेंटर बनाया गया है. इस तरह से पूरे राज्य में 48 वैक्सीन सेंटर में वैक्सीनेशन की जा रही है.
Posted By : Samir Ranjan.