Jharkhand News: अपने शहर की कोकर चूना भट्ठा निवासी माधबी पाल महिलाओं के लिए मिसाल हैं. माधबी हमारे शहर की एकमात्र महिला मूर्तिकार हैं, जो पिछले दस वर्षों से मूर्तियां बना रही हैं. इन्होंने बतौर मूर्तिकार अपनी पहचान बनायी है. दरअसल मूर्तिकार बनने में इनकी ज्यादा रुचि नहीं थी, लेकिन मजबूरियों के कारण मूर्तिकार बना पड़ा. पति स्व बाबूपाल शहर के प्रसिद्ध मूर्तिकार थे, जिनका 2012 में निधन हो गया. जिसके बाद माधबी अपने पति के काम को स्वरूप दे रही हैं. माधबी ने बताया कि वह अपने पति को काम करते देखती थीं, तो उनके काम को पूरा भी करना था. उस समय बच्चे छोटे थे. दो बच्चों की जिम्मेदारी भी माधबी के सर पर थी. विपरीत परिस्थितियों में भी अपने पति की किराये की दुकान को दो छोटे बच्चों की देखरेख करते हुए संभाला.
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