शुक्रवार को ईडी ने पूछताछ के बाद किया गिरफ्तार
ईडी ने साहिबगंज में अवैध खनन के मामले में जांच के लिए टिंकल भगत और भगवान भगत को समन भेज कर शुक्रवार को रांची स्थित क्षेत्रीय कार्यालय में हाजिर होने का निर्देश दिया था. समन के आलोक में दोनों ईडी के समक्ष हाजिर हुए. जांच के दौरान जुटाये गये सबूत के आधार पर ईडी के अधिकारियों ने दोनों से पूछताछ की. इस दौरान दोनों ने अवैध खनन करने और पंकज मिश्रा को पैसा देने की बात कुबूल ली.
साहिबगंज के दो पत्थर व्यापारियों के ठिकानों पर छापा
बता दें कि आठ जुलाई, 2022 को ईडी ने साहिबगंज में इन दोनों पत्थर व्यापारियों के ठिकानों पर भी छापा मारा था. उस दौरान टिंकल भगत के घर से 15 लाख और भगवान भगत के घर से 28.50 लाख नकद जब्त किये गये थे. जब्त की गयी राशि का संबंध अवैध खनन से था.
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पंकज मिश्रा की अनुमति से कर रहे थे अवैध खनन
ईडी ने जांच में पाया कि टिंकल भगत काफी दिनों से साहिबगंज के मंडरो प्रखंड के मुंजली मौजा के प्लॉट नंबर-60पी और 61पी पर अवैध खनन कर रहा है. उसने पंकज मिश्रा की अनुमति के बाद इस क्षेत्र में अवैध खनन शुरू किया था. इसके बदले उसने पंकज मिश्रा के 45 लाख रुपये दिये थे. ईडी ने जांच में पाया कि भगवान भगत के पास अपना स्टोन माइंस है और वह ‘भगवान स्टोन वर्क्स’ के नाम पर वह पत्थर का व्यापार करता है. वैध खदान से पत्थर निकालने के अलावा वह भी अपने लीज क्षेत्र से कई गुना अधिक पर अवैध खनन करता है. भगवान भगत भी पंकज मिश्रा का करीबी है. उनसे मिर्जा चौकी रेलवे साइडिंग से करीब 20 रैक पत्थर बिना दस्तावेज के ही पंकज मिश्रा के नाम से बुक किया है. इस मद से मिली रकम उसने पंकज मिश्रा के खाते में ट्रांसफर कर दिया.