रांची. एचइसी की आर्थिक स्थिति दिनों-दिन खराब होती जा रही है. चालू वित्तीय वर्ष 2024-25 में एचइसी का घाटा 226 करोड़ रुपये हुआ है, जबकि वित्तीय वर्ष 2023-24 में 275 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था. जानकारी के अनुसार, एचइसी के तीनों प्लांटों में उत्पादन बहुत कम हुआ है, जबकि प्रोजेक्ट डिविजन ने बेहतर कार्य किया है. एफएफपी प्लांट का घाटा 107.18 करोड़ रुपये, एचएमबीपी का घाटा 125.30 करोड़ रुपये तथा एचएमटीपी का घाटा 25.40 करोड़ रुपये रहा. वहीं प्रोजेक्ट डिविजन ने 30.91 करोड़ लाभ अर्जित किया है. मालूम हो कि एचइसी छह वित्तीय वर्षों से करोड़ों के घाटे में चल रहा है. एचइसी कर्मियों का वेतन 30 माह का बकाया हो गया है. वहीं एचइसी को लेकर एक जुलाई को संसदीय समिति की बैठक होगी, जिसमें एचइसी के श्रमिक संघों के प्रतिनिधि भी भाग लेंगे.
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