गांव वाले पहले करना चाहते थे पूजा
बाबूलाल मरांडी ने बताया घटना की पूरी जानकारी लेने के लिए उन्होंने भोगनाडीह गांव में रहने वाले सिदो-कान्हू के वंशज मंडल मुर्मू से फोन पर बात की. मंडल मुर्मू ने बताया कि सिदो-कान्हू के वंशज और गांव वाले पहले पूजा करना चाहते थे, लेकिन प्रशासन ने उन्हें पहले पूजा करने से रोका और जबरन ताला तोड़ दिया. इसी बात को लेकर आक्रोशित ग्रामीण प्रशासन के साथ भीड़ गये.
सरकार और प्रशासन ने की गुंडागर्दी – बाबूलाल मरांडी
बाबूलाल मरांडी ने इस पूरी घटना को सरकार और प्रशासन की गुंडागर्दी बताया. उन्होंने कहा प्रशासन ने बेवजह ग्रामीणों पर लाठियां बरसायी. गांव और परिवार के लोगों का पहला हक बनता है पूजा करने का. लेकिन प्रशासन ने जिद की और ताला तोड़ दिया.
बाबूलाल मरांडी का सोशल मीडिया पोस्ट
बाबूलाल मरांडी ने इस पूरी घटना पर सरकार की निंदा करते हुए सोशल मीडिया प्लॅटफॉर्म ‘एक्स’ पर लिखा, “घुसपैठियों की गोद में बैठी राज्य सरकार नहीं चाहती कि झारखंड का आदिवासी समाज अपने पुरखों की वीरगाथाओं और बलिदानों से प्रेरित होकर अपनी अस्मिता और अधिकारों की रक्षा के लिए संगठित हो.”
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