रांची. रांची विश्वविद्यालय के प्रभारी कुलपति डॉ डीके सिंह ने कॉलेजों में विद्यार्थियों की सक्रिय सहभागिता बढ़ाने पर जोर दिया है. उन्होंने कहा कि विभागों में सीनियर और जूनियर विद्यार्थियों का समूह बनाकर उनमें से मेंटर का चयन किया जाये, जो न केवल विद्यार्थियों की मदद करें, बल्कि विभागीय कार्यों में भी सहयोग दें. उन्होंने पूर्ववर्ती विद्यार्थियों को कॉलेज के विकास से जोड़ने की अपील की. शनिवार को विवि मुख्यालय में अंगीभूत कॉलेजों के प्राचार्यों के साथ बैठक में कुलपति ने कहा कि पठन-पाठन के साथ अन्य गतिविधियों के माध्यम से विद्यार्थियों के हुनर को तराशें और उन्हें स्किल आधारित शिक्षा से जोड़ने का प्रयास करें. उन्होंने प्रत्येक कॉलेज को टेक्नोलॉजी के भरपूर उपयोग का निर्देश दिया. कुलपति ने कहा कि बाहर के संस्थानों में संबंधित विषयों पर हो रहे ऑनलाइन लेक्चर को विद्यार्थियों को सुनायें. साथ ही शिक्षकों को स्वयं भी ऑनलाइन कंटेंट तैयार करने के लिए प्रेरित करें. कुलपति ने कहा कि प्राचार्य अपने शिक्षकों को रिसर्च प्रोजेक्ट लेने के लिए प्रोत्साहित करें. सिर्फ समस्याओं की चिंता न करें, बल्कि समाधान के रास्ते तलाशें. समाज में शिक्षकों का श्रेष्ठ स्थान है, इसलिए उन्हें अपनी जिम्मेदारियों को गंभीरता से निभाना चाहिए. सभी कॉलेज अपनी आधारभूत आवश्यकताओं का प्रस्ताव विवि को दें, ताकि उसे राज्य सरकार को भेजा जा सके. बैठक में कुलपति ने प्रत्येक प्राचार्य से परिचय के साथ शिक्षकों, कर्मचारियों और विद्यार्थियों की वर्तमान स्थिति की जानकारी ली. उन्होंने समय पर कोर्स पूरा करने, कक्षा में उपस्थिति सुनिश्चित करने, रोजगारपरक कोर्स को बढ़ावा देने और प्लेसमेंट सेल को मजबूत करने का निर्देश दिया. इस अवसर पर डीएसडब्ल्यू डॉ सुदेश कुमार साहू, रजिस्ट्रार डॉ जीसी साहु, प्रॉक्टर डॉ एमसी मेहता, डिप्टी रजिस्ट्रार डॉ प्रीतम कुमार, वित्त पदाधिकारी डॉ दिलीप प्रसाद, प्राचार्य डॉ मनोज कुमार, डॉ बीपी वर्मा, डॉ शमशुन नेहार, डॉ विनिता सिंह, डॉ राजकुमार शर्मा आदि उपस्थित थे.
संबंधित खबर
और खबरें