झारखंड (Jharkhand News) की 822 युवतियों को टाटा की कंपनी में नौकरी मिली है. ये बेटियां झारखंड के पिछड़े इलाकों में शुमार खूंटी, तमाड़, सिमडेगा और सरायकेला-खरसावां से हैं. ये सभी इंटर पास हैं. मंगलवार (27 सितंबर 2022) को जनजातीय मामलों के केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा (Arjun Munda) ने हटिया स्टेशन (Hatia Station) से हुसूर (Husur Tamilnadu) के लिए स्पेशल ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया.
इस अवसर पर झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री एवं जनजातीय मामलों के केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने हुसूर जा रही बेटियों की हौसलाआफजाई की. कहा कि बेटियां बढ़ेंगी, तभी देश आगे बढ़ेगा. उन्होंने कहा कि वह खुद उनके अभिभावक के रूप में तमिलनाडु आयेंगे और समय-समय पर उनसे मिलते रहेंगे. डरने की कोई बात नहीं है. हिम्मत के साथ आपलोग जायें और अपनी ट्रेनिंग पूरी करें.
अर्जुन मुंडा ने कहा कि टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स में चुनी गयीं झारखंड की बेटियों की वजह से प्रदेश में हर साल 30 करोड़ रुपये आयेंगे. उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में और बच्चियों को इसी तरह से प्रशिक्षण और नौकरी मिले, इसकी व्यवस्था उनका मंत्रालय करेगा. उन्होंने कहा कि जब वह झारखंड के मुख्यमंत्री थे, तब झारखंड की बेटियों के लिए दो महत्वपूर्ण योजनाओं की शुरुआत की थी. उन्होंने कहा कि आप ट्रेनिंग लें, बाद में अपनी जैसी अन्य लड़कियों को भी ट्रेनिंग दें.
झारखंड के लिए आज का दिन ऐतिहासिक है. खासकर रांची प्रमंडल के लिए यह दिन ऐतिहासिक है. मुझे लगता है कि यह देश के लिए भी पहला मौका है. अर्जुन मुंडा जब झारखंड के मुख्यमंत्री थे, तब उन्होंने कई ऐसे काम किये, जिसका लाभ हमारे झारखंड के लोगों को मिला है. इतनी बच्चियों को एक साथ ट्रेनिंग के लिए टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स में भेज रहे हैं, यह किसी की भी कल्पना से परे है.
श्री सिंह ने कहा कि मुझे लगा था कि कोई छोटा-मोटा कार्यक्रम होगा. लेकिन, यहां आकर पता चला कि अर्जुन मुंडा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ के मंत्र से आगे बढ़कर ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ और बेटी को नौकरी लगाओ’ का काम किया है. उन्होंने अर्जुन मुंडा को इस बात के लिए धन्यवाद दिया कि उन्होंने अपने मंत्रालय के जरिये बेहतर प्रयास किया है. उन्होंने बच्चियों से आग्रह किया कि धैर्य रखें. धैर्य तोड़ना नहीं है. मंजिल उन्हीं को मिलती है, जिनके सपनों में जान होती है. पंख से कुछ नहीं होता, हौसलों से उड़ान होती है. हौसला रखना है, सबको, ताकि आपका भविष्य बेहतर हो और भारत के निर्माण में आपका भी योगदान हो.
भारत सरका के जनजातीय कार्य मंत्रालय की पहल पर टाटा समूह (Tata Group) की कंपनी टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स (Tata Electronics) के लिए 1984 युवतियों का चयन किया गया था. इन युवतियों का प्रशिक्षण हुसूर (तमिलनाडु) में होगा. चयनित युवतियों का पहला जत्था 27 सितंबर 2022 को हटिया रेलवे स्टेशन से विशेष ट्रेन से हुसूर के लिए रवाना हुआ. इस अवसर पर हटिया के विधायक नवीन जायसवाल, तोरपा के विधायक कोचे मुंडा, पूर्व विधायक एवं मंत्री बिमला प्रधान, डिप्टी मेयर संजीव विजयवर्गीय, भारत सरकार के जनजातीय मंत्रालय के संयुक्त सचिव और रांची रेल मंडल के डीआरएम सतीश कुमार और अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे.
बता दें कि जनजातीय कार्य मंत्रालय की पहल पर खूंटी संसदीय क्षेत्र की सैंकड़ों युवतियों को टाटा समूह की कंपनी टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड में रोजगार का अवसर मिला है. टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स ने पिछले दिनों खूंटी, सिमडेगा, चाईबासा और सरायकेला में कैंप लगाकर इंटर पास छात्राओं का इंटरव्यू लिया था. कैंप में हजारों छात्राओं ने भाग लिया था.
खूंटी के सांसद सह केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने बताया कि इन क्षेत्रों में रोजगार के लिए पलायन एक बड़ी समस्या है. सबसे अधिक ट्रैफिकिंग इस क्षेत्र से होता है. इसलिए टाटा समूह के उच्चाधिकारियों से बात करके इंटर पास युवतियों को कौशल विकास के साथ रोजगार उपलब्ध कराने पर चर्चा हुई. कंपनी इन युवतियों को एक साल की ट्रेनिंग के बाद नौकरी देगी. ट्रेनिंग के दौरान उन्हें कंपनी द्वारा आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध करायी जायेंगी. श्री मुंडा ने कहा कि टाटा समूह से जुड़ने का छात्राओं के लिए यह एक शानदार अवसर है.
रिपोर्ट- राजेश झा
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