कोरोना संक्रमण के कारण बंद ट्रेनों का परिचालन जैसे-जैसे शुरू होगा, उन ट्रेनों में भी डिवाइस लगाया जायेगा. सीपीआरओ नीरज कुमार ने कहा कि ट्रेन परिचालन में सुरक्षा की दृष्टि से फॉग सेफ डिवाइस लगाया जा रहा है. घने कोहरे में ड्राइवर को सिग्नल देखने में परेशानी होती है. इससे ट्रेन परिचालन पर असर पड़ता है. पिछले वर्ष ट्रायल के तौर पर एक ट्रेन में यह डिवाइस लगाया था, पर इस बार इसे सभी ट्रेनों में लगाने की योजना है.
उन्होंने कहा कि इस उपकरण के लगने से पायलट को आधा किमी पहले ही पता चल जायेगा कि सिग्नल आनेवाला है. इससे पायलट सतर्क हो जायेगा. वह देख सकेगा कि सिग्नल लाल है या हरा. यह दुर्घटना रोकने में सहायक होगा. वहीं फॉग सेफ डिवाइस से लेवल क्रॉसिंग गेट पर लगे सिग्नल की भी जानकारी पायलट को मिल जायेगी. वहीं न्यूट्रल सेक्शन की भी जानकारी ट्रेन के पायलट को पहले ही मिल जायेगी.
ट्रेन खुलने से एक घंटा पहले पहुंचें हटिया रेलवे स्टेशन
हटिया. अगर आपको हटिया स्टेशन से ट्रेन पकड़नी है, तो ट्रेन खुलने से एक घंटा पहले आयें. क्योंकि, कोविड-19 को लेकर प्रक्रिया पूरी करने में लगभग इतना समय लग जाता है. सबसे पहले स्टेशन के प्रवेश द्वार पर सुरक्षाकर्मियों द्वारा यात्रियों के हाथ को सैनिटाइज कराया जाता है. इसके बाद थर्मल स्कैनिंग की जाती है. इसके बाद यात्रियों को अंदर प्रवेश करने दिया जाता है. फिलहाल हटिया स्टेशन से प्रतिदिन चार से पांच ट्रेनें खुल रही हैं. इधर, कोरोना काल में स्टेशन में कुलियों की संख्या घटा दी गयी है. इससे यात्रियों को सामान लाने व ले जाने में काफी परेशानी हो रही है.
posted by : sameer oraon