दो दिन से चल रही थी राजनीतिक गहमागहमी
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पर पद का गलत इस्तेमाल कर अपने नाम से खनन लीज लेने का आरोप था. इससे पहले दो दिन तक झारखंड की राजनीति में लगातार गहमागहमी बनी रही. गुरुवार को ही चर्चा थी कि हेमंत सोरेन की सदस्यता पर निर्वाचन आयोग की रिपोर्ट राजभवन पहुंच गयी है. हालांकि, राज्यपाल रमेश बैस से रांची स्थित बिरसा मुंडा एयरपोर्ट पर जब इस संबंध में पूछा गया, तो उन्होंने कहा कि उन्हें इसकी कोई जानकारी नहीं है.
Also Read: Hemant Soren News: झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन का BJP पर वार, कहा- सरकारी संस्थाओं का हो रहा घोर दुरुपयोग
राजभवन ने आज जारी किया अपना फैसला
इसके बाद उम्मीद की जा रही थी कि राजभवन पहुंचकर राज्यपाल निर्वाचन आयोग के फैसले के बारे में कोई जानकारी देंगे. लेकिन, देर शाम तक राजभवन से इस संबंध में कोई जानकारी नहीं दी गयी. बताया गया कि राज्यपाल इस मामले में कानूनी सलाह ले रहे हैं. आखिरकार शुक्रवार को शाम में राज्यपाल ने अपना फैसला सुना दिया.
सीएम आवास पर हुई यूपीए विधायकों की बैठक
दूसरी तरफ, हेमंत सोरेन के आवास पर शुक्रवार को संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (यूपीए) के सभी विधायकों को बुलाया गया. मुख्यमंत्री आवास में यूपीए विधायक दल की बैठक हुई. विधायकों और मंत्रियों ने बैठक के बाद कहा कि पूरी यूपीए एकजुट है. सरकार को कोई खतरा नहीं है. राजभवन से पत्र आने के बाद आगे की रणनीति तय की जायेगी.
Also Read: jharkhand politics: झारखंड BJP के 16 विधायक झामुमो के संपर्क में, JMM नेता सुप्रियो भट्टाचार्य का दावा
भाजपा के 16 विधायक हमारे संपर्क में
यूपीए विधायक दल की बैठक के बाद झामुमो के प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य ने यह कहकर सनसनी फैला दी कि भारतीय जनता पार्टी के 16 विधायक उनकी पार्टी के संपर्क में हैं. उन्होंने कहा कि भाजपा के एक सांसद की वजह विधायकों में नाराजगी है.