रांची : उत्तराखंड के उत्तरकाशी में निर्माणाधीन सुरंग में फंसे मजदूरों के परिजनों में एक नयी आस जगी है. गुरुवार को खीराबेड़ा निवासी मजदूर अनिल बेदिया, राजेंद्र बेदिया और सुकराम बेदिया के परिजनों को जानकारी मिली कि किसी भी वक्त सुरंग में फंसे मजदूरों को निकाला जा सकता है. इसके बाद से ही सभी लोग दिन भर टीवी के सामने चिपके रहे. हालांकि, शाम तक जब मजदूरों को नहीं निकाला जा सका, तो वे निराशा हो गये. शुक्रवार को उत्तराखंड के मुख्यमंत्री की ओर से सभी मजदूरों के सुरक्षित होने की घोषणा सुन परिजनों में एक नयी उम्मीद जग गयी. परिजनों ने कहा कि पिछले 13 दिन से वे ठीक से सो नहीं पाये हैं. तीनों मजदूरों के परिवार के लोग देवी-देवताओं की पूजा कर रहे हैं और मन्नतें मांग रहे हैं. इस बीच शुक्रवार को भी उनके घरों पर ग्रामीणों और रिश्तेदारों का आना-जाना लगा रहा.
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