रांची (प्रमुख संवाददाता). झारखंड विधानसभा के बजट सत्र के दौरान बुधवार को स्पीकर रबींद्रनाथ महतो व भाजपा विधायक कुशवाहा शशिभूषण मेहता उलझ गये. शून्यकाल के दौरान भाजपा विधायक शशिभूषण मेहता अपनी सूचना पढ़ रहे थे. सूचना पढ़ते के दौरान विधायक कुछ देर तक रूक गये. इसके बाद स्पीकर ने शून्यकाल की सूचना पढ़ने के लिए मथुरा महतो का नाम पुकार दिया. इस पर शशिभूषण मेहता बिफर गये. उन्होंने प्रश्न को फाड़ दिया. कहा कि भेदभाव किया जा रहा है. इस पर स्पीकर ने कहा कि आप अपना सवाल पढ़ें. इस पर श्री मेहता कहने लगे कहां से पढ़ें. इस पर स्पीकर ने नाराजगी जताते हुए कहा कि आपका यह आचरण सही नहीं है. आसन को कमजोर नहीं समझें. इसके बाद स्पीकर ने नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी से पूछा कि इसमें उनकी कहां गलती है. इस पर श्री मरांडी ने स्पष्ट किया कि शून्यकाल की सूचना पढ़ने के दौरान कुछ देर विधायक शशिभूषण रूक गये. आपने समझा कि इनका सवाल समाप्त हो गया. इधर मेहता का सवाल पूरा नहीं हुआ था. इसलिए किसी की गलती नहीं है. फिर संसदीय कार्यमंत्री राधा कृष्ण किशोर ने भी हस्तक्षेप किया. उन्होंने कहा कि शून्य काल का प्रश्न अधिकतम 50 शब्दों का होना चाहिए. स्पीकर इससे अधिक शब्दों का सवाल सदन में रखने दे रहे हैं. फिर भी उन पर आरोप लगाना उचित नहीं है.
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