जुआ खेलते पकड़े गए सीएम आवास में कार्यरत पुलिसकर्मी, बाबूलाल मरांडी ने किया ट्वीट, मुख्यमंत्री पर साधा निशाना
बाबूलाल मरांडी ने ट्वीट कर बताया कि रांची कुछ पुलिसकर्मी जुआ खेलते पकड़े गये हैं. ये पुलिसकर्मी खुद भी जुआ खेल रहे थे और खेलवा भी रहे थे. उन्होंने कहा कि इनमें से कुछ पुलिसकर्मी मुख्यमंत्री आवास में कार्यरत हैं और इस बात को पूरी तरह से छिपाया गया है.
By Jaya Bharti | November 26, 2023 2:59 PM
रांची के गोंदा थाना क्षेत्र में शनिवार देर रात पुलिसकर्मी समेत अन्य लोग जुआ खेलते पकड़े गये हैं. ये पुलिसकर्मी खुद भी जुआ खेल रहे थे और खेलवा भी रहे थे. इस पूरे प्रकरण में सबसे खास बात यह है कि इनमें से कुछ पुलिसकर्मी मुख्यमंत्री आवास में कार्यरत हैं और इस बात को पूरी तरह से छिपाया गया है. किसी भी तरह से मामले को रफा दफा किया जा रहा है. ये बातें भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने ट्वीट कर कही है. इसके साथ ही उन्होंने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पर भी निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि जिस राज्य का मुखिया सुबह से रात तक बस चोरी और हेरा-फेरी का गोरखधंधा करने में लगा हो, वहां ठीक उसके नाक के नीचे काम करने वालों को ऐसा “अपराध करने का ऑक्सीजन” मिलता ही रहता है. उन्होंने कहा कि जब बॉस ही राज्य के साथ रोज जुआ खेले तो चेले क्यों पीछे हटेंगे? साथ ही साथ यह भी पता लगाना जरूरी है कि इस जुआ के आमदनी का पैसा ऊपर कहां तक जाता है?
बता दें कि भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सह पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी अक्सर अपने ट्वीटर (एक्स) हैंडल पर इस तरह की जानकारी देते रहते हैं और राज्य सरकार पर निशाना भी साधते हैं. इससे पहले बाबूलाल ने ट्वीट कर गरीबों की दशा पर चिंता जाहिर की थी. साथ ही राज्य में बढ़ते अपराध को लेकर हेमंत सरकार पर निशाना साधा था. उन्होंने अपने एक्स हैंडल पर लिखा कि राज्य में हिंसा, चोरी, डकैती, छिनतई और पर्याप्त सुविधाएं न मिलने के कारण 6500 से अधिक लघु एवं मध्यम उद्योग बंद हो गए हैं. 2.5 लाख लोगों का रोजगार छिन गया. 1.66 लाख लोगों को काम के लिए राज्य छोड़ना पड़ रहा है. रोजगार के लिए दर दर भटकना पड़ रहा है. वहीं प्रदेश की हेमंत सरकार श्रमिकों और व्यवसायों को तबाह करने में कोई कसर नहीं छोड़ रही है, भ्रष्टाचारी नीतियों से सिर्फ अपने हितों को पूरा करने में लगी है. जनता के साथ छलावा करने वाली इस सरकार को एक चुल्लू पानी भी, डूब मरने को नसीब नहीं होगा. अत्याचार का अंत होगा, परिवर्तन का आक्रोश अब प्रचंड होगा.