रांची. वित्त मंत्री राधाकृष्ण किशोर के जनता दरबार में कांग्रेस के नेता-कार्यकर्ता बेटे की नौकरी और स्कूलों में दाखिले का आवेदन लेकर पहुंचे. कांग्रेस भवन में आयोजित जनता दरबार में इन आवेदनों को देखने के बाद मंत्री ने भी आश्चर्य व्यक्त किया. मंत्री ने कहा कि यह जनता दरबार का मामला नहीं है. इन मुद्दों को लेकर आप लोग हमसे अलग से मिलकर अपनी बात रख सकते हैं. इसके बाद कांग्रेस नेता ने अपना आवेदन वापस ले लिया. एक कांग्रेस नेता ने तो नली निर्माण को लेकर एक साथ तीन आवेदन दिये. इस पर मंत्री ने कहा कि एक जनता दरबार में एक ही आवेदन देना बेहतर होगा. जनता दरबार में 49 फरियादी जमीन विवाद, सड़क व नाली निर्माण, मंईयां सम्मान योजना की राशि नहीं मिलने समेत अन्य समस्याओं को लेकर पहुंचे. वित्त मंत्री ने कहा कि जनता छोटी-छोटी समस्याओं को लेकर पहुंच रही है. इन समस्याओं का निदान अधिकारी स्तर पर पहले ही हो जाना चाहिए. कहा कि अधिकारियों को जनता की छोटी-छोटी समस्याओंं के प्रति संवेदनशील होना होगा. झारखंड नक्सल प्रभावित राज्य रहा है. फिलहाल नक्सल पर नियंत्रण हुआ है. अगर जनता के छोटे-छोटे काम नहीं होंगे तो जनता विमुख होगी. उन्होंने कहा कि हम त्वरित परिणाम पर विश्वास करते हैं. पूर्ववर्ती सरकार की कार्यशैली-कार्य संस्कृति में अधिकारियों को बदलाव लाना होगा. टालमटोल की नीति बदलनी होगी.
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