रांची. पूर्वांचल समागम 2025 का समापन हो गया. महाराजा अग्रसेन भवन में विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया गया. विवाह समारोह में फिजूल खर्ची रोकने के लिए दिन में शादी करने और शादी में बैठाकर खिलाने का निर्णय लिया गया. अनावश्यक इवेंट का खर्चा बचेगा और बैठाकर खिलाने से ज्यादा आइटम बनाने की जरूरत नहीं पड़ेगी. समापन की शुरुआत भगवान महेश को माल्यार्पण के साथ हुआ. समागम में देवघर में निर्माणाधीन माहेश्वरी भवन की विस्तृत जानकारी एलइडी स्क्रीन में दी गयी. पूर्वांचल की एकता के लिए सभी छह प्रदेशों से दो-दो लोगों की एक टीम बनेगी जो किसी भी विषय पर विचार कर निर्णय लेगी और उसे पूर्वांचल के सभी प्रदेश सर्वसम्मति से मानेंगे. अखिल भारतवर्षीय माहेश्वरी महासभा के सभापति संदीप काबरा जो अपनी अस्वस्थता के कारण समागम में शामिल नहीं हो पाये, उन्होंने जूम मीटिंग द्वारा संबोधित किया. राष्ट्रीय फ्लैगशिप प्रोजेक्ट के बारे में बताया. मंच संचालन कार्यक्रम संयोजक अशोक साबू ने किया. मौके पर निवर्तमान अध्यक्ष श्याम जी सोनी, उपाध्यक्ष कैलाश काबरा, संयुक्त मंत्री छित्तर मल धूत, नेपाल चैप्टर अध्यक्ष बृजमोहन बाहेती, असम अध्यक्ष वासु दमानी, उत्कल अध्यक्ष सुशील कुमार राठी, पश्चिम बंगाल अध्यक्ष निर्मल कुमार लड्डा, कोलकाता अध्यक्ष विनोद कुमार जाजू, झारखंड-बिहार अध्यक्ष राजकुमार मारू उपस्थित थे.
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