डकरा. राहुल, ऋषि, पहाड़ी और आलोक जी पुलिस के लिए सिर दर्द बन गया है. चारों के नाम पर हर दिन खलारी, मैक्लुस्कीगंज, पिपरवार थाना क्षेत्र में अलग-अलग तरह के वारदात को अंजाम दिया जा रहा है. पुलिस सिर्फ लकीर पीटने का काम कर रही है. छोटा-बड़ा व्यवसाय करने वाले हो या किसी भी तरह का अवैध कारोबार का संचालन करने वाले लोगों को निशाना बनाया जा रहा है. फोन पर धमकी और आपराधिक घटनाओं को पुलिस जितना दबाने का प्रयास कर रही है उससे ज्यादा मुखर होकर आये दिन क्षेत्र में घटना हो रही है. 22 सितंबर को मैक्लुस्कीगंज थाना क्षेत्र के धमधमियां के नजदीक दस टर्बो चालकों का मोबाइल लूट कर सभी के साथ मारपीट करते हुए टर्बो जलाने का प्रयास किया गया था, लेकिन पुलिस घटना से इंकार किया. 29 नवंबर को टर्बो जलाने की घटना को भी पुलिस ने दबा दिया. सात जनवरी को भी इसी तरह की घटना में दो वाहन जलाकर की गयी अंधाधुंध फायरिंग और चालकों के साथ की गयी मारपीट की घटना को छुपाया गया. 29 नवंबर को बिरसा नगर में टर्बो जलाने की घटना को छुपाया गया. चार दिसंबर को पिपरवार थाना क्षेत्र के बचरा रेलवे साइडिंग में एक हाइवा को जलाया गया. नौ दिसंबर को डकरा में स्क्रैप उठाने वाले लोगों के साथ घर में घुसकर मारपीट की गयी और तीन फायरिंग की घटना को भी छुपाया गया. उसी दिन बमने बालू घाट पर मारपीट और मोबाइल लूट की घटना को भी छुपाया गया.
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