कोर्स करने का भी मिलेगा मौका
रांची विवि कैंपस में शुरू होनेवाले सीवीसी में जॉब ओरिएंटेड कोर्स की पढ़ाई भी होगी. इसमें सर्टिफिकेट और डिप्लेामा स्तर के कोर्स होंगे. सर्टिफिकेट कोर्स छह महीने का और डिप्लोमा कोर्स एक साल का होगा. इस कोर्स के संचालन में आइआइएम अहमदाबाद और आइआइटी मुंबई का सहयोग रहेगा.
Also Read: ख्वाबों का किक : अधूरे सपनों को पूरा करने के लिए फुटबॉल में झारखंड की ये महिलाएं दिखा रही हैं दम
परीक्षा में कभी प्रश्न पत्र घटे, तो कभी ब्लैक बोर्ड पर लिखे सवाल
रांची विश्वविद्यालय में स्नातक सेमेस्टर टू और फोर की परीक्षा चल रही है. इसके लिये विवि के सभी कॉलेजों में परीक्षा केंद्र बनाये गये हैं. परीक्षा की तैयारी विवि का परीक्षा विभाग एक महीने पहले से करता है. लेकिन इस परीक्षा के दौरान पहली बार कई अव्यवस्था सामने आयी. इसमें कई कॉलेजों में प्रश्न पत्र की कमी हो गयी, तो बीएन जालान कॉलेज सिसई में तो सेमेस्टर फोर के विद्यार्थियों के लिये ब्लैक बोर्ड पर सवाल लिखे गये. रांची विवि में स्नातक सेमेस्टर टू और फोर के विद्यार्थियों द्वारा जब परीक्षा फार्म भरा जाता है, तो उनकी संख्या की जानकारी परीक्षा विभाग को होती है. एक सेमेस्टर में 20 से 22 हजार विद्यार्थी होते हैं. इसी संख्या के आधार पर प्रश्न पत्र की प्रिंट करायी जाती है. संख्या पता होने के बाद भी इस बार होनेवाली परीक्षा में विद्यार्थियों की संख्या से कम प्रश्न पत्र भेजे गये. जिससे विद्यार्थियों की परीक्षा तो बाधित हुई. साथ ही कॉलेजों को भी परेशानी झेलनी पड़ी.
परीक्षा के एक दिन पहले भेजे गये प्रश्न पत्र
रांची विवि प्रशासन की ओर से सोमवार को सेमेस्टर टू के कला विषय की परीक्षा थी. इसका प्रश्न पत्र रविवार को सभी परीक्षा केंद्रों पर भेजा गया, लेकिन प्रश्न पत्रों की संख्या कम थी. इसके बाद विवि ने इसकी जानकारी ली और प्रश्न पत्र जरूरत के अनुसार केंद्रों पर भेजे गये.
परीक्षा नियंत्रक पर निर्णय नहीं हो सका, डॉ राजकुमार ने किया काम
रांची विश्वविद्यालय में वर्तमान में दो परीक्षा नियंत्रक हैं. जिसमें एक डॉ आशीष कुमार झा और दूसरे डॉ राजकुमार शर्मा शामिल हैं. शुक्रवार से सोमवार तक यह स्थिति बनी रही है और विवि प्रशासन की ओर से इस पर कोई निर्णय नहीं लिया जा सका है. वहीं शुक्रवार को विवि के परीक्षा नियंत्रक की गाड़ी से डॉ राजकुमार शर्मा पहुंचे. वह कार्यालय में नहीं बैठे, लेकिन परीक्षा से संबंधित कार्यों का निष्पादन किया. इसके बाद कर्मचारियों से परीक्षा से संबंधित जानकारी ली. इस दौरान डॉ आशीष कुमार झा पूरे दिन कार्यालय नहीं पहुंचे. वहीं विवि प्रशासन का कहना है कि अभी इस मामले पर निर्णय नहीं हो पाया है.