पिपरवार. एचपीसी वेतनमान की मांग को लेकर पिछले नौ दिनों से आंदोलित बचरा साइडिंग के असंगठित मजदूरों की हेम्स कंपनी प्रतिनिधियों के साथ मंगलवार को पिपरवार जीएम ऑफिस में वार्ता हुई. लेकिन कोई समझौता नहीं हो सका. इसमें मजदूरों ने हेम्स कंपनी पर एचपीसी की अनुशंसाओं के अनुसार वेतन नहीं देने व सीएमपीएफ की सुविधा समाप्त करने का आरोप लगाया. बताया कि हेम्स कंपनी ने मजदूरों के साथ पूर्व में जो वेतन बढ़ोतरी का समझौता किया था, वह भी उन्हें नहीं दिया जा रहा है. इस पर हेम्स कंपनी प्रतिनिधियों ने बताया कि सीसीएल प्रबंधन बचरा साइडिंग को पर्याप्त कोयला उपलब्ध नहीं करा पा रहा है. आम्रपाली से आने वाले कोयले की वजह से मुश्किल से दो रैक से अधिक कोयला डिस्पैच नहीं हो पा रहा है. हेम्स कंपनी प्रतिनिधियों ने कहा साइडिंग में जरूरत से ज्यादा मजदूर और मशीनें हैं. इस पर दोनों पक्षों के बीच बात बिगड़ गयी. वार्ता में मजदूरों का नेतृत्व कर रहे जेकेएलएम नेताओं ने इसका विरोध किया और वार्ता विफल हो गयी. बाद में प्रबंधन के आग्रह पर पुन: दोनों पक्षों के बीच वार्ता प्रारंभ हुई. छह घंटे लंबी चली वार्ता के बाद कोई समझौता नहीं हो पाया था. ज्ञात हो कि मजदूर मांगों को लेकर 30 जून से पिपरवार जीएम ऑफिस के समक्ष धरना पर बैठे हैं. वार्ता में दीपक महतो, कृष्णा यादव, महेंद्र महतो, अमर महतो, तारकेश्वर महतो, रतिया गंझू, मुंशी महतो, तोहिद अंसारी, जयशंकर चौधरी, गोवर्धन महतो, जगदीश महतो, भोला महतो, निर्मल महतो, सुरेश गोप, संजू सोनी, जितेंद्र महतो, चंद्रदेव ठाकुर, मुनेश्वर महतो, कैलाश महतो सहित काफी संख्या में मजदूर उपस्थित थे.
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