बाथरूम की स्थिति भी खराब
लाइब्रेरी में बाथरूम की स्थिति भी खराब है. कुछ दिन पहले ही बाथरूम की छत का प्लास्टर गिरने से एक छात्रा बाल-बाल बची थी. लाइब्रेरी का स्टडी रूम ठीक है, लेकिन यहां पेयजल का समुचित इंतजाम नहीं है. बाथरूम में पानी नहीं रहता है. बाथरूम गंदा रहने से छात्र जेनरेटर के बगल की गली (जहां बुधवार को हादसा हुआ है) में पेशाब करने जाते हैं. लाइब्रेरी के सामने पार्किंग के लिए जगह है, लेकिन बाइक व साइकिल की संख्या अधिक रहने व बेतरतीब तरीके से खड़ा कर देने से कई छात्र अपनी बाइक, स्कूटी व साइकिल छज्जा के नीचे ही लगाते हैं. पार्किंग स्थल में एक सूखा पेड़ है, जो कभी भी गिर सकता है. विद्यार्थियों का कहना है कि दायीं तरफ का छज्जा भी टूट कर गिर रहा है. हालांकि, इसे ईंट से घेर दिया गया है.
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कुलपति ने सुनीं शिकायतें, किया मुआयना
कुलपति डॉ अजीत कुमार सिन्हा बुधवार को सेंट्रल लाइब्रेरी पहुंचे. इस दौरान छात्र-छात्राओं ने उन्हें घेर लिया और भवनों की जर्जर स्थिति के बारे में बताया. सेंट्रल लाइब्रेरी में पढ़नेवाले विद्यार्थियों ने कुलपति से कहा कि कई बार लाइब्रेरियन व छात्र संगठन के माध्यम से लिखित शिकायत की गयी, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही. आजसू के हरीश कुमार, ओम वर्मा सहित अभिषेक झा ने भी स्थिति से अवगत कराया. इसके बाद कुलपति ने लाइब्रेरी भवन के जर्जर हिस्सों का मुआयना किया. उन्होंने कहा कि भवन निर्माण विभाग के इंजीनियर व अधिकारियों से गुरुवार को ही मरम्मत के लिए कदम उठाने के लिए कहा गया है. कुलपति ने सेंट्रल लाइब्रेरी की जेनरेटर गली को बंद करने का निर्देश दिया.