चक्रधरपुर. एक दशक पहले तक चक्रधरपुर रेल मंडल में सैकड़ों लोग मलेरिया की चपेट में आते थे. जिसमें दर्जनों लोगों की जान चली जाती थी. अब हालात पूरी तरह बदल चुके हैं. रेल मंडल मलेरिया जोन अब भी है, लेकिन एक भी मरीजों की जान नहीं गयी है. यह बातें रेल मंडल अस्पताल के ऑडिटोरियम में मलेरिया उन्मूलन को लेकर आयोजित विश्व मलेरिया दिवस परिचर्चा सह जागरूकता कार्यक्रम में रेलवे के वरिष्ठ स्वास्थ्य सलाहकार डॉ एस सरेन ने कही. डॉ सरेन ने कहा कि मलेरिया उन्मूलन के लिये मच्छरों की रोकथाम, दवाओं की उपलब्धता व जागरूकता अभियानों को जारी रखें. उन्होंने कहा कि मलेरिया को जड़ से मिटाना है, तो मच्छरों का जीवन चक्र को तोड़ना होगा. यह तभी संभव है जब रेलवे व शहरी क्षेत्रों में एक साथ मच्छरों के विरुद्ध मुहिम चलाया जायेगा. इस दौरान डॉ राकेश ने प्रोजेक्टर के माध्यम से मलेरिया का इलाज, मलेरिया को कैसे मच्छर फैलाता है, मच्छरों की पहचान करने का तरीका को बताया. इस अवसर पर डॉ राकेश, डॉ संगहा, डॉ स्नेलता, डॉ जयंती सुंडी, डॉ प्रिंसी समेत दर्जनों स्वास्थ्यकर्मी मौजूद थे.
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