अविभाजित भारत में हुआ था जन्म
अविभाजित बंगाल के श्रीहट्टी जिले में जन्मे योग गुरु शिवानंद बाबा का जन्म अगस्त 1896 में हुआ था. उन्हें 21 मार्च, 202 को पद्मश्री से सम्मानित किया गया था. सबसे खास बात यह है कि पद्मश्री से सम्मानित होने वाले वह सबसे उम्रदराज वाले व्यक्ति हैं. बाबा शिवानंद 100 साल से हर कुंभ (प्रयागराज, नासिक, हरिद्वार और उज्जैन) सभी में शामिल होते थे.
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6 साल की उम्र में हो गए थे अनाथ
योग गुरु बाबा शिवानंद का भिक्षुक ब्राह्मण गोस्वामी परिवार से ताल्लुक रखते थे. उनके माता-पिता भीख मांगकर अपना जीवनयापन करते थे. 4 साल की उम्र में ही उनके माता-पिता ने ओंकारानंद गोस्वामी को उन्हें सौंप दिया था, जिससे उनका सही से पालन-पोषण हो सके. एक बार उन्होंने बताया था कि 6 साल की उम्र में संत ने घर जाकर माता-पिता के दर्शन करने की बात कही थी, लेकिन घर पहुंचने के दिन ही उनकी बहन का देहांत हो गया था. इसके अलावा, एक सप्ताह के अंदर ही उनके माता-पिता का भी देहांत हो गया. बाबा ने एक ही चिता पर अपने माता-पिता का दाह संस्कार किया था, जिसके बाद से उनका पालन-पोषण संतो ने ही किया था.
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