तीन श्रेणियों में बांटे जाएंगे विधायक
सूत्रों के मुताबिक, विधायकों के प्रदर्शन का मूल्यांकन बेहद गोपनीय तरीके से किया जा रहा है. इस ऑडिट में विधायकों को तीन श्रेणियों- A, B और C में बांटा जाएगा. जिन विधायकों का प्रदर्शन सबसे बेहतर होगा, उन्हें A श्रेणी में रखा जाएगा, जबकि कमजोर प्रदर्शन करने वालों को C श्रेणी में डाला जाएगा.
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ऑडिट में इन विषयों पर दिया जाएगा जोर
इस ऑडिट प्रक्रिया में विधायक की क्षेत्र में सक्रियता, जनता से संवाद, विकास योजनाओं की प्रगति, आवंटित बजट का उपयोग और जन छवि जैसे कई मापदंडों को शामिल किया गया है. इसके अलावा, विधायक का सामाजिक और जातीय समीकरणों जैसे प्रमुख बिन्दुओं पर भी जोर रहेगा. इस दौरान यह देखा जाएगा कि विधायक का क्षेत्र में कितना प्रभाव है और यदि उन्हें टिकट मिलता है तो उनकी जीत की संभावना कितनी है.
सरकार को सौंपी गई जिम्मेदारी
सूत्र बताते हैं कि इस ऑडिट की जिम्मेदारी राज्य सरकार को दी गई है और अधिकारी गुप्त तरीके से विधायकों की रिपोर्ट तैयार कर रहे हैं. बीजेपी यह रणनीति 2024 लोकसभा चुनावों के अनुभव को ध्यान में रखकर बना रही है, जिससे किसी भी तरह की एंटी-इंकम्बेंसी या कमजोर प्रदर्शन की काट पहले से तैयार की जा सके.
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