UP News: 69000 शिक्षक भर्ती में हाई कोर्ट के आदेश पर योगी सरकार करेगी मंथन, मुख्यमंत्री आवास में बैठक आज
इलाहाबाद उच्च न्यायालय की एक खंडपीठ ने राज्य सरकार को 69,000 सहायक अध्यापकों की नियुक्ति के लिए नई मेरिट सूची जारी करने का आदेश दिया है. अब इस फैसले पर मंथन करने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, सीएम आवास पर बैठक करने वाले हैं.
By Kushal Singh | August 18, 2024 10:36 AM
UP News: उत्तर प्रदेश में 69 हजार शिक्षकों के भविष्य को लेकर राज्य सरकार आज कोई बड़ा निर्णय ले सकती है. इसके लिए सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, मुख्यमंत्री आवास में रविवार को वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक करने वाले हैं. बता दें की हाल ही में इलाहाबाद हाई कोर्ट ने एक निर्णय दिया है, जिसके बाद 69 हजार शिक्षकों की नौकरी खतरे में है. अब यहां यह देखने वाली बात होगी क्या योगी सरकार इस फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में अपील करती है या नहीं.
इलाहाबाद उच्च न्यायालय की एक खंडपीठ ने राज्य सरकार को 69 हजार सहायक शिक्षक भर्ती परीक्षा 2019 के मामले में अभ्यर्थियों की नए सिरे से चयन सूची बनाने का निर्देश दिया. इसके साथ ही उच्च न्यायालय द्वारा सामान्य श्रेणी की मेरिट में आने पर आरक्षित वर्ग के अभ्यर्थी को सामान्य में माइग्रेट करने का भी आदेश दिया गया है. हाई कोर्ट के इस आदेश में कहा गया है कि आरक्षित वर्ग के 6800 अभ्यर्थियों की चयन सूची खारिज करने का आदेश यथावत रहेगा. बता दें की इस मामले में हाई कोर्ट ने 1 जून 2020 को जारी चयन सूची और 6800 अभ्यर्थियों की 5 जनवरी 2022 की चयन सूची को दरकिनार कर नए सिरे से चयन सूची बनाने का आदेश दिया है.
सुरेश खन्ना ने दी ये प्रतिक्रिया
संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना ने उच्च न्यायालय के आदेश पर बात करते हुए कहा, “हम उच्च न्यायालय के आदेश का अध्ययन कर रहे हैं और राज्य सरकार यह सुनिश्चित करेगी कि किसी के साथ अन्याय न हो.” इस घटनाक्रम से अवगत अन्य लोगों ने पुष्टि की कि मुख्यमंत्री ने रविवार को इस मुद्दे पर चर्चा के लिए एक बैठक बुलाई है.
UP News in Hindi उत्तर प्रदेश भारत का सबसे अधिक जनसंख्या वाला राज्य है, जहां 20 करोड़ से ज्यादा लोग रहते हैं. यह राज्य प्रशासनिक रूप से 75 जिलों और 18 मंडलों में बंटा हुआ है. इसकी राजधानी लखनऊ है. वर्तमान में यहां भारतीय जनता पार्टी की सरकार है और योगी आदित्यनाथ लगातार दूसरी बार मुख्यमंत्री पद पर काबिज हैं. लखनऊ, कानपुर, प्रयागराज, वाराणसी, अयोध्या, गोरखपुर, सीतापुर, इटावा, मथुरा, मुरादाबाद, मेरठ और बुलंदशहर जैसे शहर इसे पहचान देते हैं. देश की राजनीति में उत्तर प्रदेश की भूमिका बेहद अहम मानी जाती है. अक्सर कहा जाता है कि देश की सत्ता का रास्ता यूपी से होकर ही जाता है. प्रदेश की हर बड़ी खबर सबसे पहले जानने के लिए जुड़े रहिए प्रभात खबर डिजिटल पर.