UP News: संपत्ति का ब्योरा ना देने पर सरकारी कर्मचारियों पर एक्शन, रुक गया अगस्त का वेतन
उत्तर प्रदेश सरकार ने सरकारी कर्मचारियों को अपनी संपत्ति का ब्योरा देने का निर्देष दिया था. अब ब्योरा ना देने पर राज्य सरकार ने अपना सख्त रुख दिखाते हुए लगभग 2.5 लाख कर्मचारियों का वेतन रोक दिया है.
By Kushal Singh | September 3, 2024 11:17 AM
UP News: उत्तर प्रदेश सरकार ने राज्य के सभी सरकारी कर्मचारियों को अपनी पूरी चल और अचल संपत्ति का ब्यौरा देने का निर्देष दिया था. कर्मचारियों को अपनी संपत्ति का ब्यौरा राज्य सरकार की वेबसाइट में अपलोड करना था. परंतु इस आदेश के बाद करीब 2.45 लाख राज्य कर्मचारियों और अधिकारियों ने अपनी संपत्ति का ब्यौरा नहीं दिया. अब ऐसे ही कर्मचारियों के खिलाफ सूबे की योगी सरकार ने कड़ाई दिखाई है. प्रदेश सरकार ने ब्यौरा न देने वाले अधिकारीयों का अगस्त महीने का वेतन रोक दिया है.
अब तक कुल 71 फीसदी कर्मचारियों ने ही दिया संपत्ति का ब्योरा
उत्तर प्रदेश में राज्य सरकार के कर्मचारियों एवं अधिकारीयों को मिले निर्देष के बाद अबतक कुल लगभग 71 फीसदी कर्मचारियों ने ही अपनी चल और अचल संपत्ति का ब्योरा दिया है. बताते चलें कि सूबे की योगी सरकार ने राज्य में आईएएस, आईपीएस, पीपीएस, पीसीएस अफसरों की तर्ज पर राज्य कर्मचारियों को भी ऑनलाइन संपत्तियों का ब्यौरा देना अनिवार्य कर दिया गया है. हालांकि अभी तक शिक्षकों, निगम कर्मचारी, स्वायत्तशासी संस्थाओं के कर्मचारियों को अपनी संपत्ति की जानकारी साझा करना आवश्यक नहीं है.
डीजीपी मुख्यालय ने नियुक्ति विभाग को पत्र भेजकर उनके कार्मिकों के लिए संपत्ति का ब्यौरा देने के लिए कुछ और समय दिए जाने का अनुरोध किया है. डीजीपी मुख्यालय द्वारा लिखे इस पत्र में कहा गया है कि त्योहारों और पुलिस भर्ती परीक्षा के कारण तमाम पुलिस कर्मी समय से अपनी संपत्ति का ब्यौरा देने में असमर्थ रहे हैं. सूत्रों की मानें तो अब गृह विभाग के लिए यह तिथि बढ़ सकती है.
संपत्ति की जानकारी देने के बाद ही जारी हो सकेगा वेतन
उत्तर प्रदेश प्राशासन के कर्मचारियों के वेतन रोकने के सख्त फैसले के बाद अब माना जा रहा है कि जिन अधिकारियों-कर्मचारियों का अगस्त माह का वेतन रोका गया है, इसे तभी जारी किया जाएगा, जब वे अपनी संपत्ति की जानकारी वेबसाइट पर अपलोड करेंगे.
UP News in Hindi उत्तर प्रदेश भारत का सबसे अधिक जनसंख्या वाला राज्य है, जहां 20 करोड़ से ज्यादा लोग रहते हैं. यह राज्य प्रशासनिक रूप से 75 जिलों और 18 मंडलों में बंटा हुआ है. इसकी राजधानी लखनऊ है. वर्तमान में यहां भारतीय जनता पार्टी की सरकार है और योगी आदित्यनाथ लगातार दूसरी बार मुख्यमंत्री पद पर काबिज हैं. लखनऊ, कानपुर, प्रयागराज, वाराणसी, अयोध्या, गोरखपुर, सीतापुर, इटावा, मथुरा, मुरादाबाद, मेरठ और बुलंदशहर जैसे शहर इसे पहचान देते हैं. देश की राजनीति में उत्तर प्रदेश की भूमिका बेहद अहम मानी जाती है. अक्सर कहा जाता है कि देश की सत्ता का रास्ता यूपी से होकर ही जाता है. प्रदेश की हर बड़ी खबर सबसे पहले जानने के लिए जुड़े रहिए प्रभात खबर डिजिटल पर.