पक्षियों के लिए पानी, बच्चों के लिए रंग – UPMRC ने मेट्रो को बनाया पर्यावरण जागरूकता का मंच!

UPMRC World Environment Day: UPMRC ने पर्यावरण दिवस पर हजरतगंज मेट्रो स्टेशन पर पक्षियों के लिए पानी के बर्तन वितरित किए और दीया बाती फाउंडेशन के बच्चों के लिए मेट्रो में चित्रकला प्रतियोगिता आयोजित की. ये पहल पर्यावरण संरक्षण और जागरूकता बढ़ाने के लिए एक प्रेरणादायक कदम है.

By Abhishek Singh | June 5, 2025 10:11 PM
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Upmrc World Environment Day: विश्व पर्यावरण दिवस के मौके पर उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (UPMRC) ने लखनऊ शहर में एक अनूठा उदाहरण प्रस्तुत किया. अपने सामाजिक दायित्व का निर्वहन करते हुए UPMRC ने पर्यावरण जागरूकता को नए और प्रभावशाली तरीकों से जन-जन तक पहुँचाने का बीड़ा उठाया. लखनऊ मेट्रो स्टेशन पर दो विशेष कार्यक्रम आयोजित किए गए, जो पर्यावरण संरक्षण की दिशा में सार्थक पहल साबित हुए.

पक्षियों के लिए “पानी की सौगात” हजरतगंज स्टेशन पर बांटे गए पात्र

हजरतगंज मेट्रो स्टेशन पर ‘पर्यावरणम् सोसाइटी’ के सहयोग से एक सराहनीय कार्यक्रम के अंतर्गत यात्रियों को पक्षियों के लिए मिट्टी के पानी के बर्तन वितरित किए गए. इस अभियान का उद्देश्य न केवल गर्मी में पक्षियों की प्यास बुझाना था, बल्कि शहरवासियों को पर्यावरण के प्रति संवेदनशील बनाना भी था. इस दौरान यात्रियों को यह अपील भी की गई कि वे इन बर्तनों को अपने घरों की बालकनी, छत, या आंगन में रखें और नियमित रूप से पानी भरते रहें, ताकि यह छोटी सी आदत पक्षियों के जीवन में बड़ी राहत बन सके.

इस पहल को यात्रियों से जबरदस्त समर्थन मिला. लोगों ने खुले दिल से इन बर्तनों को स्वीकार किया और यह संकल्प लिया कि वे इन प्रयासों को अपनी दिनचर्या में शामिल करेंगे. यह जागरूकता अभियान पर्यावरणीय संतुलन के लिए एक छोटे मगर असरदार कदम के रूप में देखा जा रहा है.

चलती मेट्रो में बच्चों की चित्रकला प्रतियोगिता हर कोना बना हरित संदेशवाहक

इसी दिन दीया बाती फाउंडेशन के सहयोग से एक और विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया. फाउंडेशन से जुड़े 15 बच्चों को भूतनाथ मेट्रो स्टेशन से सीसीएस एयरपोर्ट मेट्रो स्टेशन तक और वापस मुफ्त मेट्रो की यात्रा कराई गई. यात्रा के दौरान मेट्रो की एक कोच को अस्थायी चित्रशाला में बदल दिया गया, जहां बच्चों ने पर्यावरण संरक्षण विषय पर चित्रकला प्रतियोगिता में भाग लिया.

बच्चों ने अपने रंगों और कल्पनाओं से यह दर्शाया कि स्वच्छता, हरियाली और सार्वजनिक परिवहन हमारे पर्यावरण के लिए कितने ज़रूरी हैं. कुछ चित्रों में वृक्षारोपण की प्रेरणा थी, तो कुछ में प्लास्टिक मुक्त जीवनशैली का आह्वान. बच्चों ने यह भी सीखा कि मेट्रो जैसी सुविधाएं कैसे प्रदूषण कम करने में योगदान देती हैं और एक हरित भविष्य की नींव रखती हैं.

UPMRC के प्रबंध निदेशक का संदेश – “हरित भविष्य की ओर”

इस अवसर पर UPMRC के प्रबंध निदेशक श्री सुशील कुमार ने कहा:-

“विश्व पर्यावरण दिवस केवल प्रतीकात्मक नहीं होना चाहिए, बल्कि यह एक स्थायी सोच का हिस्सा बनना चाहिए. UPMRC की यह पहल हमारे पर्यावरण की रक्षा के प्रति हमारी गहरी प्रतिबद्धता को दर्शाती है. मेट्रो सिर्फ एक यातायात साधन नहीं, बल्कि पर्यावरण सुरक्षा की दिशा में हमारी सक्रिय भूमिका का प्रतीक है. हम भविष्य में भी ऐसे कार्यक्रमों के माध्यम से समाज को जागरूक और प्रेरित करते रहेंगे.”

हरित भविष्य की ओर एक सार्थक कदम

UPMRC की यह दोहरी पहल पक्षियों के लिए जीवनदायिनी जल सेवा और बच्चों के लिए प्रेरणादायक चित्रकला सफर, न केवल पर्यावरण संरक्षण के प्रति जनजागरूकता बढ़ाने का काम करती है, बल्कि आने वाली पीढ़ियों में भी पर्यावरण के प्रति एक सकारात्मक सोच विकसित करती है.

हरित परिवहन, प्रकृति प्रेम और सामुदायिक सहयोग के इस अनूठे संगम ने यह सिद्ध कर दिया कि छोटे-छोटे प्रयास भी बड़े बदलाव की नींव बन सकते हैं.

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