महिलाओं की एंट्री पर क्यों लगा प्रतिबंध?
इस समारोह को बाबा महाश्मशान नाथ समिति आयोजित कर रही है. समिति ने अनुमान लगाया है कि इस वर्ष भीड़ की संख्या बढ़ सकती है. भारी भीड़ और हुड़दंग के कारण महिलाओं की सुरक्षा को देखते हुए उनके प्रवेश पर रोक लगाई गई है. समिति ने महिलाओं से आग्रह किया है कि वे इस पर्व को नाव और बजड़ों पर बैठकर देख सकती हैं. इसके अलावा वे कॉरिडोर से भी इसे देख सकती हैं.
इस समय शुरू होगा कार्यक्रम
11 मार्च को काशी के मणिकर्णिका घाट पर मसान की होली खेली जाने वाली है. इस अनोखी होली को चीता भस्म होली के नाम से भी जाना जाता है. होली का कार्यक्रम दोपहर 12 बजे से शुरू हो जाएगा. समिति के प्रमुख अध्यक्ष गुलशन कपूर ने बताया है कि होली का समारोह मसान नाथ की गर्भगृह में पूजा के बाद शुरू होगा.
मसान होली की मान्यता
समिति के अनुसार मणिकर्णिका घाट पर मसान की होली को लेकर ऐसा माना जाता है कि बाबा भोलेनाथ दिन में मणिकर्णिका घाट पर स्नान करने आते हैं. उनके घाट में स्नान के बाद आए श्रद्धालु को उनका आशीर्वाद मिलता है. बताया जा रहा है कि घाट पर भस्म से यह होली खेलने की परंपरा हजारों सालों से चली आ रही है.
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