‘स्वर कोकिला’ या बस ‘लता दीदी’- उनकी गायकी की तरह उनका नाम लता मंगेशकर भी बस एक ही है. लेकिन अब ये अब ये सितारा डूब गया. उन्होंने रविवार को मुंबई में अंतिम सांस ली. 1942 में जब से उन्होंने मराठी फिल्म ‘किती हसाल’ के लिए अपना पहला गाना रिकॉर्ड किया है, पीढ़ियों ने उनकी अनोखी सुरीली और रेशमी आवाज को प्यार और प्रशंसा की है. देशभक्ति की बात हो या प्यार निभाने की, उनके गाने 100 सालों तक लोगों को याद रहेंगे. उनकी खनकती आवाज का जादू बरबस ही लोगों को मोह लेता है.
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