क्या है पूरा मामला
बता दें कि जनपद उन्नाव के सी-46 आवास विकास कॉलोनी के रहने वाले डेंटल सर्जन डॉ. गौरव की पत्नी प्रियंका सिंह ने बताया कि 13 मार्च को गौरव उन्हें लेकर राजीव विहार नौबस्ता ससुराल आए थे. वहां से वह अहिरवां में रहने वाले दोस्त मुदित के घर मिलने के लिए चले गए थे. रात को नौ बजे मुदित ने उन्हें अहिरवां चौकी के पास छोड़ दिया. गौरव को बस से उन्नाव जाना था, लेकिन वह घर नहीं पहुंचे. जिसके बाद मुदित, प्रियंका और उसकी मां ने मंगलवार शाम को चकेरी थाने में गुमशुदगी दर्ज कराई थी. जिसके बाद पुलिस ने गुमशुदा डॉ. गौरव की तलाश के लिए उनका नम्बर सर्विलांस पर लगवाया और पूछताछ के लिए डॉ. की पत्नी प्रियंका और सार्जेंट मुदित को बुलाया.
शक होने पर दिया घटना को अंजाम
एसीपी चकेरी का कहना है कि डॉ. गौरव की तहकीकात करने के लिए प्रियंका व सार्जेंट को बुलाया गया था. इस दौरान दोनों के बयान विरोधाभास मिले तो सार्जेंट से अलग कमरे में पूछताछ की गई. सार्जेंट पर थोड़ी सी सख्ती दिखाई गई तो पर वह टूट गया और घटना को कबूल कर लिया. पूछताछ में उसने बताया कि उसके और प्रियंका के बीच अवैध संबंध थे.
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शराब पिलाकर किया कत्ल
वहीं पूरे मामले के खुलासा करते हुए एसीपी चकेरी अमरनाथ ने मीडिया को जानकारी दी कि घटना वाले दिन सार्जेंट मुदित डॉक्टर गौरव को पहले अहिरवां अपने सरकारी आवास पर ले गया. वहां पर दोनों ने शराब पी. इसके बाद एसीपी चकेरी के ऑफिस के सामने सड़क की दूसरी तरफ 200 मीटर की दूरी पर डॉक्टर की हत्या कर शव को वहीं खंदक में फेंक दिया. एसीपी का कहना है कि प्रथम दृष्टया सीने और सिर पर गोली मारने के अलावा भारी वस्तु से वार की आशंका जताई गई है.
रिपोर्टः आयुष तिवारी