गोरखपुर में टॉप 10 माफियाओं की सूची में दर्ज होगा कुख्यात अजीत शाही का नाम, काली कमाई होगी जब्त

गोरखपुर में अपराधी अजीत शाही पर शिकंजा कसने के लिए पुलिस उससे जुड़े मामलों की पूरी कुंडली खंगालने में जुटी है. अजीत की अवैध तरीके से कमाई संपत्ति को भी जब्त करने के लिए कार्रवाई की जाएगी. इसके लिए पड़ताल की जा रही है.

By Prabhat Khabar News Desk | May 22, 2023 2:10 PM
an image

Gorakhpur: उत्तर प्रदेश पुलिस इस समय अभियान चलाकर माफियाओं पर शिकंजा कस रही है. वहीं गोरखपुर पुलिस माफिया अजीत शाही का नाम जिले की टॉप टेन बदमाशों की सूची में शामिल करने की तैयारी में है. जिले के शाहपुर थाने की पुलिस माफिया के विरुद्ध दर्ज मुकदमे की स्थिति की पड़ताल कर रही है. इतना ही नहीं जेल में माफिया से कौन मिल रहा है इस पर भी अधिकारियों की नजर है.

पुलिस को चकमा देकर अजीत शाही ने किया था सरेंडर

माफिया अजीत शाही की तलाश में गोरखपुर पुलिस गोरखपुर और देवरिया जिले में लगातार छापेमारी कर रही थी. अजीत शाही को पकड़ने के लिए पुलिस गोरखपुर के न्यायालय में भी नजर बनाई हुई थी. लेकिन अजीत शाही ने पुलिस को चकमा देते हुए 18 मई को न्यायालय में सरेंडर कर दिया था.

25 हजार का इनाम किया था घोषित

धमकी देने के मामले में ढाई वर्ष से जारी हो रहे गैर जमानती वारंट के मामले में अजीत शाही 18 मई को कोर्ट में पेश हुआ था. एसएसपी डॉ. गौरव ग्रोवर ने माफिया अजीत शाही पर 25000 रुपये का इनाम घोषित किया था. माफिया की तलाश के लिए क्राइम ब्रांच के साथ कैंट और शाहपुर थाने की चार टीमें बनाई गई थी, जो गोरखपुर और देवरिया जिले में छापेमारी में जुटी थीं. हालांकि उन्हें अजीत शाही का कोई सुराग नहीं मिल पाया.

Also Read: Road Accident: यूपी में हादसों का सोमवार, देवरिया और बांदा में वाहनों की टक्कर में 9 लोगों की मौत, छह घायल
कई मामलों में अजीत शाही की पुलिस को थी तलाश

गोरखपुर जिले के शाहपुर थाना क्षेत्र में 12 मई को दर्ज हुए जबरिया वसूली, धमकी, बलवा के मामले में पुलिस अजीत शाह को ढूंढ रही थी. वहीं जेल में भेजे जाने के बाद कोविड प्रोटोकॉल की वजह से गोरखपुर जेल प्रशासन ने माफिया अजीत शाही को मिलेनियम बैरक में रखा है. यहां से एक सप्ताह बाद उसे दूसरी जगह शिफ्ट किया जाएगा. जेल प्रशासन माफिया से मिलने आने वाले लोगों पर नजर बनाए हुए है. माफिया से मिलने कौन-कौन आ रहा है इसकी जानकारी भी पुलिस जुटा रही है.

अवैध संपत्ति को किया जाएगा जब्त

गोरखपुर के शाहपुर थाने में 12 मई को दर्ज मुकदमे की विवेचना थाने की पुलिस कर रही है. पुलिस ने वादी रेलवे कोऑपरेटिव बैंक के सचिव धीरेंद्र श्रीवास्तव समेत 25 कर्मचारियों का बयान दर्ज किया है. इस मामले में एसपी सिटी कृष्ण कुमार बिश्नोई ने बताया कि अजीत शाही का नाम गोरखपुर जिले के टॉप 10 अपराधियों की सूची में शामिल किया जाएगा. उस की काली कमाई को चिह्नित कर गैंगस्टर एक्ट के तहत पुलिस जब्ती की कार्रवाई कराएगी.

अब इन अपराधियों की खंगाली जा रही डिटेल

गोरखपुर पुलिस माफिया अजीत शाही के मामले में किरकिरी होने के बाद अब जिले के सभी माफियाओं का चिट्ठा खंगाल रही है. जिसमें गोरखपुर जिले के राजन तिवारी, विनोद उपाध्याय, सुधीर सिंह, प्रदीप सिंह, राकेश यादव, चंदन सिंह का नाम प्रमुख हैं. इन पर दर्ज जितने मुकदमे में आरोप पत्र दाखिल हो उसका विवरण जुटाने के बाद सजा दिलाने के लिए न्यायालय में पुलिस पैरवी करेगी. माफिया सुधीर सिंह और विनोद के विरुद्ध कोर्ट से गैर जमानती वारंट जारी है.

रिपोर्ट– कुमार प्रदीप, गोरखपुर

संबंधित खबर
संबंधित खबर और खबरें
होम E-Paper News Snaps News reels
Exit mobile version