हिन्दू महासभा की अपील, मंदिर-पूजा स्थलों के लिए ड्रेस कोड लागू करें, मुसलमानों की नो एंट्री के पोस्टर चस्पा

हिन्दू महासभा का मानना है कि हिन्दू धर्म स्थल पर प्रवेश के लिए सभ्यतापूर्ण वस्त्र धारण होना चाहिए. सनातन के अनुसार वस्त्र होना चाहिए. धर्म को बचाने के लिए अश्लीलता और भड़काऊ कपड़ों में आकर मंदिर में पूजा अर्चना करने पर प्रतिबंध लगाने की आवश्यकता है.

By Prabhat Khabar News Desk | May 19, 2023 2:50 AM
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अलीगढ़. हिन्दू महासभा ने देशभर के धर्मगुरु-पुजारियों से अपील की है कि वह मंदिर- पूजा स्थलों के लिए ड्रेस कोड लागू करें, हिन्दुओं के पवित्र स्थानों पर मुसलमानों की किसी प्रकार की एंट्री नहीं रहे, यह सुनिश्चित किया जा सके. अखिल भारत हिंदू महासभा के राष्ट्रीय प्रवक्ता अशोक कुमार पाण्डेय धर्माचार्यो से अनुरोध करते हुए कहते हैं ” मंदिर में पूजा के लिए वेश निर्धारित करें. देश में बढ़ रही लव जिहाद की घटना, धार्मिक स्थलों पर अश्लीलता निश्चित रूप से सनातन के लिए चिंता का विषय है.”

गिलहराज मंदिर में ड्रेस कोड लागू

अखिल भारत हिंदू महासभा की अपील पर अमल भी शुरू हो गया है. कुछ महंतों ने मंदिर में मुसलमानों के प्रवेश पर रोक लगाने की पहल भी कर दी है. अखिल भारत हिंदू महासभा ने ऐसे पुजारियों के निर्णय का स्वागत किया है. अलीगढ़ में गिलहराज मंदिर के महंत द्वारा लिया गया निर्णय का हिंदू महासभा ने स्वागत किया है. अशोक कुमार पांडे ने कहा है कि इस निर्णय से मंदिर में होने वाली अश्लील हरकतों और चोरियों पर पूर्ण रूप से लगाम लगाई जा सकेगी. गिलहराज मंदिर में मुसलमानों के प्रवेश पर रोक लगा दी गई है. वहीं हिन्दू श्रद्धालुओं के लिए ड्रेस कोड के लिए गाइडलाइन भी जारी की गई है.

धर्मस्थल आस्था की जगह न कि पिकनिक स्पॉट

अशोक कुमार पांडे ने कहा कि धर्मस्थल आस्था की जगह है, न कि पिकनिक स्पॉट है.यह मानकर काम करना होगा.ऐसा करने से मंदिर की गरिमा बनी रहेगी.हाल ही में डासना मंदिर में पहचान छुपाकर मुस्लिम युवक पहुंचे थे. मंदिर में अश्लीलता करते हुए पकड़े गए थे. वहीं त्रंबकेश्वर मंदिर में भी मुस्लिम युवकों ने प्रवेश कर चादर चढ़ाई थी.

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