यहां एक दिन में मात्र 150 लोगों को टीके दिये जा रहे हैं. आबादी के लिहाज से बारुईपुर घना है. बारुईपुर महकमा अस्पताल पर मरीजों का काफी दबाव भी है. यहां अब कोरोना वैक्सीन की शॉर्ट सप्लाई की बात कही जा रही है. टीका लगवाने के लिए पहुंची बबीता ने बताया कि वह सुबह नौ बजे से लंबी लाइन में खड़ी रहीं. सोना नामक महिला ने कहा कि वह भी दो घंटे से धूप में खड़ी हैं, पर उनकी बारी नहीं आयी. उधर, डायमंड हार्बर महकमा अस्पताल व काकद्वीप अस्पताल का भी कमोबेश यही हाल है.
डायमंंड हार्बर स्वास्थ्य विभाग के डॉ ओ इस्लाम ने बताया कि जिले में कोवैक्सिन की शॉर्टेज है. डायमंड हार्बर व काकद्वीप के लिए करीब 10 हजार कोवैक्सिन टीकों की सप्लाई की गयी है. इस स्थिति से टीका लगवाने की आस में पहुंच रहे लोग निराश हो रहे हैं.
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वहीं इधर, कोरोना वायरस की दूसरी लहर तेजी से बढ़ रही है. वहीं, अलीपुरदुआर जिले के विभिन्न अस्पतालों में न वैक्सीन उपलब्ध है और ना ही कोरोना की जांच हो रही है. बताया जा रहा है कि वैक्सीन की खेप नहीं पहुंची है. स्टॉक कम होने से विभिन्न क्षेत्रों में टीकाकरण रोक दिया गया है.वहीं, गुरुवार को विभिन्न अस्पतालों में कोरोना जांच नहीं की गयी. लोग जांच कराने अस्पताल पहुंचे, लेकिन लैब बंद मिला. कोई कर्मचारी भी नहीं था.
इस कारण लोगों को निराश होकर वापस लौटना पड़ा. कालचीनी उत्तर लताबाड़ी ग्रामीण अस्पताल से भी कई लोगों को वापस लौटना पड़ा है. इस विषय में कालचीनी ब्लॉक स्वास्थ्य अधिकारी सुभाष कुमार कर्मकार ने बताया कि जिले में वैक्सीन उपलब्ध नहीं है. इसलिए टीकाकरण रोक दिया गया है. उन्होंने उम्मीद जतायी कि एकाध दिन में स्टॉक आया जायेगा, जिसके बाद वैक्सीनेशन फिर शुरू होगा.
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Posted By: Aditi Singh