राष्ट्रपति के बाद अमित शाह से मिले भाजपा नेता, बंगाल की स्थिति की दी जानकारी

Bengal news, Kolkata news : पश्चिम बंगाल के उत्तर दिनाजपुर के हेमताबाद के विधायक देवेंद्र नाथ रॉय (Devendra Nath Roy) की मौत के बाद उत्पन्न स्थिति को लेकर राष्ट्रपति से मुलाकात के बाद भाजपा प्रतिनिधिमंडल मंगलवार (14 जुलाई, 2020) की शाम को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात की और उन्हें पूरी स्थिति की जानकारी दी.

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 14, 2020 6:05 PM
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Bengal news, Kolkata news : कोलकाता : पश्चिम बंगाल के उत्तर दिनाजपुर के हेमताबाद के विधायक देवेंद्र नाथ रॉय (Devendra Nath Roy) की मौत के बाद उत्पन्न स्थिति को लेकर राष्ट्रपति से मुलाकात के बाद भाजपा प्रतिनिधिमंडल मंगलवार (14 जुलाई, 2020) की शाम को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात की और उन्हें पूरी स्थिति की जानकारी दी.

भाजपा के महासचिव व प्रदेश भाजपा के केंद्रीय प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय ने ट्वीट कर इसकी जानकारी देते हुए कहा कि पश्चिम बंगाल के भाजपा नेताओं के साथ वहां की अराजक स्थिति को लेकर राष्ट्रपति के बाद गृहमंत्री अमित शाह से भी मुलाकात हुई. उन्हें राज्य में भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं पर हो रही हिंसक वारदातों की जानकारी दी.

उन्होंने कहा कि केंद्रीय गृहमंत्री राज्य सरकार से रिपोर्ट तलब करेंगे. ममता सरकार में राज्य की ऐसी स्थिति उत्पन्न हो गयी है कि राज्य में धारा 356 लगाना बहुत जरूरी हो गया है. उन्होंने ममता सरकार पर प्रहार करते हुए कहा कि अब सरकार को सत्ता में बने रहने का कोई अधिकार नहीं है.

भाजपा विधायक की मौत की सीबीआई जांच कराने की मांग कर रही है. राष्ट्रपति से मुलाकात के बाद भाजपा ने राष्ट्रपति से गुहार लगाई थी कि बंगाल विधानसभा भंग कर दिया जाये. ममता सरकार का अब सत्ता में बने रहने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है.

उत्तर दिनाजपुर के हेमताबाद से भारतीय जनता पार्टी के विधायक देवेंद्र नाथ रॉय (Devendra Nath Roy) की संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत के मामले में एक तरफ राजनीति गहराई हुई है, तो दूसरी तरफ जिला पुलिस ने दावा किया है कि उनकी मौत लटकने की वजह से ही हुई है. मंगलवार (14 जुलाई, 2020) को जिला पुलिस की ओर से उनकी पोस्टमार्टम रिपोर्ट जारी की गयी है. इसमें इस बात का जिक्र किया गया है कि विधायक की मौत फंदे से लटकने की वजह से हुई है. रिपोर्ट में इस बात का भी जिक्र है कि उनके शरीर पर बाहरी जख्म के कोई भी निशान नहीं है. यानी पुलिस ने प्रारंभिक तौर पर यह साबित करने की कोशिश की है कि विधायक की मौत के पीछे कोई राजनीतिक साजिश या हत्याकांड नहीं है, बल्कि उन्होंने खुद ही खुदकुशी की है.

उल्लेखनीय है कि सोमवार (13 जुलाई, 2020) को जब विधायक का शव बरामद किया गया था, तभी से भाजपा दावा करने लगी थी कि विधायक की हत्या हुई है. हालांकि, बाद में रायगंज जिला पुलिस अधीक्षक सुमित कुमार ने दावा किया था कि विधायक की जेब से एक नोट बरामद किया गया है, जिसमें मौत के लिए 2 लोगों को जिम्मेवार ठहराया गया है.

प्रदेश भाजपा के राष्ट्रीय सचिव राहुल सिन्हा (Rahul sinha) ने कहा कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट पर भाजपा को विश्वास नहीं है. हत्या को आत्महत्या करार देने की साजिश रची गयी है. दूसरी ओर, विधायक के मौत की सीबीआई (CBI) जांच की मांग को लेकर मंगलवार (14 जुलाई, 2020) को मेयो रोड स्थित गांधी मूर्ति के समक्ष प्रदर्शन किया.

प्रदर्शन का नेतृत्व प्रदेश भाजपा के महासचिव संजय सिंह, उपाध्यक्ष राजू बनर्जी, सचिव तुषार कांति घोष और महिला मोर्चा की अध्यक्ष अग्निमित्रा पाल ने किया. भाजपा कार्यकर्ताओं के हाथों में पोस्टर और प्लेकार्ड लिए हुए थे. इनमें विधायक की मौत की निंदा की गयी थी और मौत की सीबीआई जांच की मांग की गयी थी.

प्रदेश भाजपा के महासचिव संजय सिंह (Sanjay singh) ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में विधायक की मौत को आत्महत्या करार दिया गया है, लेकिन साजिश के तहत विधायक की हत्या की गयी है और हत्या को आत्महत्या करा देने की कोशिश की जा रही है. इसके पहले भी पुरुलिया में त्रिलोचन महतो और दुलाल बर की इसी मॉडल से हत्या की गयी थी.

श्री सिंह ने कहा कि इसके खिलाफ मंगलवार को गांधी मूर्ति के समक्ष भाजपा कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया और सीबीआइ जांच की मांग की. उन्होंने कहा कि बुधवार (15 जुलाई, 2020) को दक्षिण बंगाल के विभिन्न थानों के समक्ष हत्या की जांच की मांग को लेकर प्रदर्शन किया जायेगा. उन्होंने कहा कि भाजपा हत्या की राजनीति के खिलाफ अपनी लड़ाई जारी रखेगी और अगले चुनाव में तृणमूल कांग्रेस के कुशासन का खात्मा करेगी.

Posted By : Samir ranjan.

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