बागुईहाटी डबल मर्डर के मुख्य आरोपी सत्येंद्र की कैसे हुई गिरफ्तारी
पुलिस सूत्र बताते हैं कि शुक्रवार को उसने एक नये सिमकार्ड से एक परिचित को फोन कर उससे अपने मोबाइल के वॉलेट में रुपये भेजने को कहा. इधर, विधाननगर डीडी की टीम उसके सभी परिचितों के मोबाइल फोन को ट्रैक कर रही थी. मोटी रकम अनजान नंबर के वॉलेट पर ट्रांसफर होते ही पुलिसकर्मियों (police ) ने उसका टावर लोकेशन चेक किया. वह लोकेशन हावड़ा स्टेशन का पाया गया. जिसके बाद डीडी की एक टीम तुरंत हावड़ा स्टेशन पहुंची और वहां से सत्येंद्र को गिरफ्तार कर लिया.
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सत्येन्द्र को भेजा गया सीआईडी हिरासत में
सत्येन्द्र चौधरी को गिरफ्तार करने के बाद बारसात अदालत में पेश किया गया.जहां से उन्हें 14 दिन की सीआईडी (CID) हिरासत में भेजा गया है.अब सीआईडी इस हत्याकांड का मामला सुलाझाएगी. अपने अनुसार तथ्यों का पता लगाएगी.
विदेश जाने की थी याेजना
सत्येन्द्र की विदेश जाने की योजना थी.बताया जा रहा है कि वह जैसे ही हावड़ा स्टेशन पहुंचा वैसे ही पुलिस ने गिरफ्तार (Arrest) कर लिया है. प्राथमिक पूछताछ में सत्येंद्र ने बताया कि वह मोबाइल में रुपये आते ही ट्रेन पकड़कर मुंबई भागने की फिराक में था. इसके पहले उसे पकड़ लिया गया.
परिजनों ने बार-बार पुलिस से लगाई थी गुहार
मारे गए दोनों किशोरों के परिजनों ने बार-बार पुलिस से गुहार लगाई। और इसी तरह दो हफ्ते बीत गए। अतनु और अभिषेक के शव पिछले मंगलवार को बशीरहाट जिला पुलिस क्षेत्र से बरामद किए गए थे। स्वाभाविक रूप से, पुलिस की भूमिका पर सवाल उठने लगे। उसके बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पुलिस की भूमिका पर गुस्सा जताया. जिसके चलते बागुईआटी थाने के आईसी को सस्पेंड कर दिया गया। सीआईडी ने घटना की जांच अपने हाथ में ले ली है।
22 अगस्त को छात्रों की हुई थी हत्या
22 अगस्त को माध्यमिक विद्यालय के दो छात्रों की कार में फंदा लगाकर हत्या कर दी गई थी. वाहन को इंपाउंड कर दिया गया है. मरने वाले दो किशोर बागुईआटी हिंदू विद्यापीठ के कक्षा 10 के छात्र अतनु डे और अभिषेक नस्कर थे. ये दोनों 22 अगस्त को गायब हो गए थे. दो दिन बाद बागुईआटी थाने में डायरी गायब मिली. अतनु डे के पिता को भी अज्ञात नंबरों से फिरौती मांगने के लिए कई संदेश मिले. उसने बार-बार पुलिस को मामले की जानकारी दी। हालांकि आरोप है कि पुलिस की जांच ढीली है.