बर्मिंघम राष्ट्रमंडल खेलों में भारत के लिए पहला स्वर्ण पदक जीतने के बाद भारोत्तोलक मीराबाई चानू के गृह राज्य मणिपुर में जश्न का माहौल है.
चानू के पैतृक गांव में टेलीविजन सेट से चिपके रहे लोग
मीराबाई चानू के पैतृक गांव इम्फाल पूर्वी जिले के नोंगपोह काकचिंग के निवासी शनिवार रात टेलीविजन सेट से चिपके रहे और जैसे ही उनके स्वर्ण पदक जीतने की पुष्टि हुई, वे खुशी से झूम उठे.
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रातभर नहीं सोयी मीराबाई चानू की मां
मीराबाई चानू की मां तोम्बी देवी ने कहा कि वह प्रतियोगिता से एक रात पहले सो नहीं सकीं थी और अपनी बेटी की जीत के लिए प्रार्थना कर रही थी. उन्होंने कहा, मुझे उस पर बहुत गर्व है. हम उसका मुकाबला देखने के लिए देर रात तक जगे थे. अब उनकी बहनें, रिश्तेदार और पड़ोसी तिरंगे के साथ जश्न मना रहे हैं और यहां की पारंपरिक थबल चोंगबा नृत्य कर रहे हैं.
चानू ने कॉमनवेल्थ गेम्स में बनाया नया रिकॉर्ड
ओलंपिक पदक विजेता चानू ने रिकॉर्ड तोड़ प्रदर्शन से भारत को इन खेलों का पहला स्वर्ण पदक दिलाया. उन्होंने अपने दमदार प्रदर्शन इन खेलों में क्लीन एवं जर्क के साथ कुल वजन का नया रिकॉर्ड बनाया. चानू ने महिला 49 किग्रा स्पर्धा में कुल 201 किग्रा (88 किग्रा और 113 किग्रा) वजन उठाया.
मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने मीराबाई को बताया सुपरस्टार बेटी
मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने कहा कि उन्हें मणिपुर की ‘सुपरस्टार बेटी’ पर बहुत गर्व है. उन्होंने कहा, विश्व पटल पर अपने तिरंगे को ऊंची उड़ान भरते हुए देखने से अच्छा अहसास और कुछ नहीं हो सकता. पूरे देश को आप पर गर्व है मीराबाई.
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