चतरा में झोलाछाप डॉक्टर के इंजेक्शन से बच्चे की मौत, हंगामा देख क्लिनिक बंद कर हुए फरार

चतरा के सिमरिया में अवैध क्लिनिक की भरमार है. सोमवार को एक झोलाछाप डॉक्टर ने एक बच्चे की जान ले ली. 10 साल का बच्चा बुखार से पीड़ित था. झोलाछाप डॉक्टर ने मलेरिया और टायफाइड बताकर बच्चे को ऐसा इंजेक्शन दिया कि उसकी मौत हो गई.

By Prabhat Khabar News Desk | September 26, 2023 4:16 PM
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सिमरिया (चतरा) : टंडवा रोड स्थित सना मेडिकल हॉल के झोलाछाप डॉक्टर ने सोमवार को एक मासूम बच्चे की जान ले ली. इससे आक्रोशित लोगों ने जमकर हंगामा किया. क्लिनिक के सामने बच्चे का शव रख कर लोग नारेबाजी करने लगे. लोगों का गुस्सा देख झोलाछाप डॉक्टर क्लिनिक बंद कर फरार हो गया. जानकारी के मुताबिक डाड़ी बमचोमा गांव निवासी मोहम्मद जुफरान के 10 वर्षीय इकलौता बेटा शाहनवाज को कई दिनों से बुखार था. वे उक्त क्लिनिक में सलाह लेने पहुंचे थे. वहां मौजूद दो झोलाछाप मोहम्मद तसलीम और मोहम्मद हकीम ने बच्चे का इलाज करने की बात कही. कहा कि बच्चे को मलेरिया और टायफाइड हो गया है. इसके बाद बच्चे को इंजेक्शन लगाया और कुछ दवाएं दीं, जिसके बाद बच्चे की हालत बिगड़ने लगी. झोलाछाप डॉक्टरों ने आनन-फानन में उसे रेफरल अस्पताल भेज दिया, जहां डॉक्टरों ने उसे तत्काल हजारीबाग रेफर कर दिया.

रास्ते में बच्चे ने तोड़ा दम

हजारीबाग जाने के क्रम में पीरी गांव के समीप बच्चे ने दम तोड़ दिया. परिजन बच्चे का शव लेकर लौटे और उक्त क्लिनिक के सामने शव रखकर हंगामा शुरू कर दिया. परिजनों का आरोप था कि गलत इलाज के कारण बच्चे की जान गयी है. मामले की जानकारी पाकर पुलिस इंस्पेक्टर, थाना प्रभारी विवेक कुमार दल-बल के साथ वहां पहुंचे और लोगों को शांत कराया. घटना के बाद से परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है.

सिमरिया में अवैध नर्सिंग होम और क्लिनिक की भरमार

चतरा के सिमरिया में अवैध नर्सिंग होम व क्लिनिक की भरमार है. इन झोलाछाप डॉक्टरों की वजह से कई लोगों की जान जा चुकी है. स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन की ओर से झोलाछाप डॉक्टरों पर नकेल कसने के लिए टास्क फोर्स गठित गयी थी, लेकिन वह भी पूरी तरह निष्क्रिय है.

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