9 लाख 79 हजार 292 मतदाताओं के नाम सूची से हटाये गये
इसके साथ ही 9 लाख 79 हजार 292 मतदाताओं के नाम सूची से हटाये गये हैं. सूची से हटाये गये मतदाताओं में पांच लाख 47 हजार 757 वोटर्स की मौत हो चुकी है. जबकि, 31,894 मतादाताओं के पास दो से अधिक मतदाता पहचान पत्र थे. वहीं तीन लाख 99 हजार 641 मतदाता बंगाल से दूसरे राज्य चले गये हैं. इसलिए इन वोटरों के नाम को मतदाता सूची से हटा दिया गया है. चुनाव आयोग की ओर से यह भी बताया गया कि मतदाताओं में एक लाख 14 हजार 100 सर्विस वोटर हैं. आयोग की ओर से बताया गया कि मतदाता सूची में वोटरों के नाम जोड़े जाने की प्रक्रिया अक्बतूर महीने तक जारी रहेगी.
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बढ़ायी जा सकती है पुलिस पर्यवेक्षकों की संख्या
अतीत में हुई घटनाओं के मद्देनजर इस बार आयोग ने नयी रणनीति पर काम करने का मन बनाया है. केंद्रीय वाहिनी के जवानों को बूथों पर भेजने व अति संवेदनशील इलाकों की पहचान करना भी इसमें शामिल है. पुलिस पर्यवेक्षकों की संख्या भी इस बार बढ़ायी जा सकती है. शहर व ग्रामीण अंचलों में सभी बूथों पर वेब कास्टिंग की व्यवस्था की जायेगी. बताया जा रहा है कि राज्य पुलिस किसी भी तरह से बूथ के पास नहीं जा सके, यह निर्देश भी दिया जा सकता है. विशेष पर्यवेक्षक इस बार कड़ी नजर रखेंगे
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