कोलकाता में कांग्रेस ने तृणमूल कार्यकर्ताओं को पीटा, मुर्शिदाबाद में अपने ही नेता पर टूटे टीएमसी कार्यकर्ता

Bengal Chunav 2021 Seventh Phase Voting, Kolkata News: पुलिस और सेंट्रल फोर्स को मिलाकर बनायी गयी क्विक रिस्पांस टीम (क्यूआरटी) मौके पर पहुंची और हंगामा कर रहे लोगों को लाठी लेकर दौड़ाया.

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 26, 2021 7:08 PM
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कोलकाता : पश्चिम बंगाल में सातवें चरण का चुनाव सोमवार (26 अप्रैल) को समाप्त हो गया. इस दौरान दिन भर टकराव और हंगामे होते रहे. शाम में दक्षिण कोलकाता के कोलकाता पोर्ट विधानसभा अंतर्गत गार्डेनरीच इलाके में कांग्रेस पर तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं के साथ मारपीट करने का आरोप लगा. दोनों ओर से जमकर ईंट-पत्थर, लाठी-डंडे, बोतल आदि चले. दोनों पक्षों के कई कार्यकर्ता घायल हो गये.

सूचना मिलने पर पुलिस और सेंट्रल फोर्स को मिलाकर बनायी गयी क्विक रिस्पांस टीम (क्यूआरटी) मौके पर पहुंची और हंगामा कर रहे लोगों को लाठी लेकर दौड़ाया. इसके बाद हालात सामान्य हुए. हालांकि, तनाव अभी भी बरकरार है. चुनाव के बाद संभावित संघर्ष को टालने के लिए भारी संख्या में केंद्रीय बलों के जवानों को तैनात कर दिया गया है.

आरोप है कि क्षेत्र के मतदाताओं को कांग्रेस के उम्मीदवार लालच दे रहे थे. यह भी आरोप लगाया गया कि लालच में जो लोग नहीं आये, उन्हें कांग्रेस के उम्मीदवार धमका भी रहे थे. इधर, कांग्रेस का कहना है कि ऐसा कुछ नहीं है. तृणमूल कांग्रेस के लोग जान-बूझकर हिंसा के लिए उकसा रहे थे, जिसके बाद टकराव हुआ.

कोलकाता पोर्ट विधानसभा सीट से फिरहाद हकीम तृणमूल कांग्रेस के उम्मीदवार हैं, जो बंगाल के शहरी विकास मंत्री के साथ-साथ कोलकाता के मेयर और ममता बनर्जी के बेहद करीबी हैं. फिरहाद हकीम ममता बनर्जी के पसंदीदा अल्पसंख्यक नेता हैं. यह क्षेत्र मूल रूप से अल्पसंख्यक बहुल है. इसलिए फिरहाद हकीम को फिर से यहीं से चुनाव लड़ने का मौका दिया गया.

उधर, मुर्शिदाबाद के रानीनगर में तृणमूल नेता अबु ताहिर को अपने ही कार्यकर्ताओं की नाराजगी का शिकार होना पड़ा. आरोप है कि केंद्रीय बलों के जवानों ने पुलिस को साथ लेकर तृणमूल कांग्रेस के दो नेताओं के घरों में घुसकर तोड़फोड़ की. कार्यकर्ताओं की नाराजगी इस बात से थी कि सूचना देने के बावजूद अबु ताहिर देर से आये और कोई बचावमूलक कदम नहीं उठाया.

उन्हें घेरकर तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने ‘गो बैक’ के नारे लगाये, जिसकी वजह से उन्हें वहां से उल्टे पांव लौटना पड़ा. बंगाल चुनाव के सातवें चरण में शाम 5 बजे तक 75.06 फीसदी वोटिंग हुई. सबसे ज्यादा 80.30 फीसदी मतदान मुर्शिदाबाद में दर्ज किया गया. दक्षिण दिनाजपुर में 80.21, मालदा में 78.76 और पश्चिमी बर्दवान में 70.34 फीसदी वोटिंग हुई. सबसे कम 59.91 फीसदी मतदान दक्षिण कोलकाता में हुआ.

ज्ञात हो कि बंगाल के 5 जिलों की 34 सीटों पर सोमवार को लोगों ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया. इनमें मालदा की 6, मुर्शिदाबाद की 9, पश्चिमी बर्दवान की 9, दक्षिण दिनाजपुर की 6 और दक्षिण कोलकाता की 4 हाइ-प्रोफाइल सीटों पर वोटिंग हुई. मुर्शिदाबाद की 2 विधानसभा सीटों पर चुनाव नहीं कराये गये, क्योंकि जंगीपुर के आरएसपी उम्मीदवार प्रदीप कुमार नंदी और शमशेरगंज के कांग्रेस उम्मीदवार रेजाउल हक की कोरोना से मौत हो गयी थी.

Posted By: Mithilesh Jha

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