दो वर्ष का कोर्स, 60 होंगी सीटें
कुलपति प्रो. विनय कुमार पाठक ने बताया कि इस पाठ्यक्रम का आरंभ पिछले एक दशक के दौरान भारत में स्वास्थ्य क्षेत्र में बहुत तेज़ी से आ रहे बदलाव को देखते हुए किया गया है. जिससे बड़े एवं छोटे अस्पतालों में स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता को बढ़ाया जा सकें. रीजेंसी हेल्थकेयर के निदेशक डॉक्टर अतुल कपूर ने बताया कि इस पाठ्यक्रम को चलाने में अस्पतालों को दिये गये प्रशिक्षण का विशेष महत्व है. रीजेंसी अस्पताल में सभी तरह के संसाधन उपलब्ध होने के कारण इस पाठ्यक्रम को सफल और अद्वितीय बनाने का प्रयास किया जायेगा. यह पाठ्यक्रम दो वर्ष का स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम है. जिसके लिए सभी विषयों के स्नातक छात्र योग्य हैं. पाठ्यक्रम में प्रतिवर्ष 60 सीटों पर प्रवेश लिया जायेगा. एक साल की कोर्स में फीस 1 लाख 12 हजार रुपये होंगी. आवेदन की प्रक्रिया मंगलवार से शुरू हो गई है.
ग्रेजुएशन के बाद ले सकते हैं प्रवेश
कानपुर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. विनय कुमार पाठक ने बताया कि इस कोर्स में ग्रेजुएशन के बाद कोई भी प्रवेश ले सकता है. इस कोर्स को करने के बाद लोगों को हॉस्पिटल में विभिन्न विभाग में नौकरी मिलने का सुनहरा अवसर मिलेगा. विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ बिजनेस मैनेजमेंट, स्कूल ऑफ हेल्थ साइंसेस और रीजेंसी हॉस्पिटल के सहयोग से इस कोर्स का संचालन किया जाएगा. इस कोर्स के लिएकानपुर विश्वविद्यालय और रीजेंसी हॉस्पिटल के बीच MOU साइन हुआ है. समझौते पर हस्ताक्षर कुलपति प्रो. विनय कुमार पाठक और डॉ. अतुल कपूर द्वारा किया गया. इस अवसर पर प्रति कुलपति प्रो. सुधीर कुमार अवस्थी, कुलसचिव डॉ अनिल कुमार यादव, परीक्षा नियंत्रक डॉ. सुधांशु पांडिया, स्कूल ऑफ़ बिज़नेस मैनेजमेंट की निदेशक प्रो. अंशु यादव एवं स्कूल ऑफ़ हेल्थ साइंस के निदेशक डॉक्टर दिग्विजय शर्मा, एमएचए के कोआर्डिनेटर डॉ. सुरेन्द्र कुमार भी उपस्थित रहे. रीजेंसी अस्पताल के निदेशक डॉक्टर अतुल कपूर, अरुण कपूर, नंदनी कपूर ने भी समझौते पर हस्ताक्षर किए.